यूक्रेन न्यूज़: बंदूक, तोप, मिसाइलें और हैंड ग्रेनेड, इन चीजों से कितना नुकसान पहुंच सकता है. इस बात को वो मुल्क बेहतर ढंग से समझ सकते हैं, जो इसे झेल रहे हैं. यूक्रेन भी ऐसा ही एक देश है, जो जानता है कि हथियारों से कितना नुकसान हो सकता है. युद्ध को लेकर यूक्रेन का हर नागरिक जानता है कि इसकी वजह से उनके देश में कितनी बर्बादी हुई है. मगर ऐसा लगता है कि इस युद्ध से कुछ नेताओं ने कोई सीख नहीं ली है और इसका उदाहरण भी देखने को मिला है.
दरअसल, यूक्रेन में एक बड़ा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां पर एक गांव में मीटिंग चल रही थी. इसका मकसद गांव की भलाई के लिए बजट तैयार करना था. हालांकि, इस बैठक में शामिल एक नेता ने तीन हैंड ग्रेनेड के जरिए धमाका कर दिया. इसकी वजह से दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को एक काउंसिल मेंबर ने बैठक के दौरान हैंड ग्रेनेड चला दिया, जिसकी वजह से उसने खुद के साथ-साथ बाकियों को भी घायल कर दिया.
क्या है पूरा मामला?
पश्चिमी यूक्रेन में मौजूद क्रेरेत्स्की नाम के एक गांव में नेताओं की बैठक चल रही थी. तभी एक व्यक्ति मीटिंग वाले कमरे में दाखिल होता है. ये व्यक्ति खुद भी गांव का काउंसिल मेंबर है. एक तरह से कहें तो ये पोस्ट एक पार्षद की तरह है. सभी नेता बैठकर तय कर रहे हैं कि गांव की भलाई के लिए बजट कितना हो. तभी काउंसिल मेंबर अपनी जेब से हैंड ग्रेनेड निकालकर उनके पिन हटा देता है. इसके बाद जमीन पर फेंक देता है.
Ukraine Member of parliament bombs a council meeting leaving 1 dead 26 injured. pic.twitter.com/ftUIDtZPHR
— Udaku News Kenya (@udakunews_kenya) December 15, 2023
इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि जैसे ही वह हैंड ग्रेनेड को जमीन पर फेंकता है. वैसे ही जोरदार धमाका होता है. इस धमाके की वजह से पूरा का पूरा मीटिंग रूम दहल उठता है.
जेलेंस्की की पार्टी का सदस्य है काउंसिल मेंबर
काउंसिल मेंबर की पहचान सर्ही बार्टिन के तौर पर हुई है, जो राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की की पार्टी का सदस्य है. ट्रांसकारपैथियन क्षेत्र की पुलिस ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि हैंड ग्रेनेड हमले में 26 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से छह की हालत गंभीर है. पुलिस ने कहा कि ग्रेनेड फेंकने वाले व्यक्ति को गंभीर चोटें आईं और डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए काम किया. अभी तक इस हमले का मकसद पता नहीं चल पाया है.