झुंझुनूं: जिले में जमीन विवाद से जुड़े सनसनीखेज गैंगवार हत्याकांड में जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। श्रवण भादवासी गैंग और रविन्द्र कटेवा गैंग के बीच हुई खूनी भिड़ंत के मामले में पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी और रविन्द्र कटेवा गैंग के सक्रिय सदस्य हिस्ट्रीशीटर शुभकरण बाजिया को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नेपाल फरार होने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उसकी कोशिश नाकाम हो गई।
नेपाल भागने से पहले दबोचा गया इनामी आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि शुभकरण बाजिया गढ़वाल ट्रेवल्स की बस में खलासी के रूप में काम करते हुए आगरा से लखनऊ एक्सप्रेस हाईवे के रास्ते नेपाल जाने की फिराक में था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने लखनऊ के पास एक्सप्रेस हाईवे पर उसे डिटेन किया और बाद में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पुलिस थाना दादिया, जिला सीकर का हिस्ट्रीशीटर है और लंबे समय से गैंगवार प्रकरण में वांछित चल रहा था।
जमीन विवाद से शुरू हुई खूनी गैंगवार
यह पूरा मामला ग्राम भादवासी, जिला सीकर में स्थित जमीन को लेकर चल रहे पुराने विवाद से जुड़ा है। थाना गोठड़ा क्षेत्र के कैमरी की ढाणी, खिरोड़ में दोनों गैंगों के बीच आमने-सामने फायरिंग हुई थी। इस दौरान श्रवण भादवासी गैंग के सक्रिय सदस्य और रानोली थाना के हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जवाबी गैंगवार में रविन्द्र कटेवा गैंग के सक्रिय सदस्य सुनिल सुंडा की भी गोली लगने से मौत हो चुकी है।
ये था पूरा घटनाक्रम
12 दिसंबर 2025 को कैमरी की ढाणी, खिरोड़ में रविन्द्र कटेवा के घर के सामने फायरिंग की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने बताया कि हथियारबंद बदमाशों ने सुनिल सुंडा को सिर में गोली मारी, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच खेतों में पीछा, फायरिंग और मारपीट हुई, जिसमें कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी की मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल से एफएसएल और एमओबी टीमों ने साक्ष्य जुटाए।
नामजद आरोपियों पर हत्या और संगठित अपराध की धाराएं दर्ज
परिवादी प्रहलाद स्वामी की रिपोर्ट पर भारतीय न्याय संहिता 2023 और आर्म्स एक्ट की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया। रिपोर्ट में रविन्द्र कटेवा, विकास बटार, संदीप गिल, पंकज रुलानिया, सुनिल सुंडा, अनिल उर्फ सोनू ढाका सहित कई आरोपियों के नाम सामने आए। पुलिस के अनुसार, दोनों गैंगों के खिलाफ हत्या, फायरिंग और संगठित अपराध से जुड़ी धाराओं में प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
पहले भी हो चुकी हैं कई गिरफ्तारियां और वाहन जब्ती
पुलिस कार्रवाई के दौरान पहले ही रविन्द्र कटेवा, विकास बटार, संदीप गिल और पंकज कुमार को गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा में लिया जा चुका है। मामले में अब तक तीन थार, तीन कैम्पर, एक फॉर्च्यूनर और एक ब्रेजा वाहन जब्त किए जा चुके हैं। इसके अलावा रविन्द्र कटेवा गैंग के एक कैम्पर वाहन को भी जब्त किया गया है।
अवैध संपत्तियों पर लगातार कार्रवाई
जिला पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हिस्ट्रीशीटर रविन्द्र कटेवा और उसके गैंग के सक्रिय सदस्यों की अवैध संपत्तियों और वाहनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई लगातार जारी है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें गठित कर संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
पुलिस अधिकारियों की निगरानी में हुई कार्रवाई
यह पूरी कार्रवाई जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राघवेन्द्र सुहासा के निर्देशन में और झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के सुपरविजन में की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजावत और नवलगढ़ वृत्ताधिकारी महावीर सिंह के मार्गदर्शन में गठित टीमों ने इनामी आरोपी को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई।





