झुंझुनूं: जिले के चर्चित डेनिस बावरिया हत्याकांड में बड़ा अपडेट सामने आया है। जयपुर रेंज पुलिस ने गैंगवार से जुड़े 6 हार्डकोर अपराधियों को पकड़वाने पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है। पुलिस अब हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली बॉर्डर पर दबिश बढ़ा चुकी है। इस एक्शन ने जिले में दहशत और सस्पेंस दोनों बढ़ा दिए हैं।
अक्टूबर 2025 में हुए इस हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस पूरी वारदात के मुख्य साजिशकर्ता और हमले को अंजाम देने वाले 6 हार्डकोर बदमाश अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। आईजी एच.जी.आर. सुहासा ने आदेश जारी करते हुए स्पष्ट कहा है कि इनकी गिरफ्तारी प्राथमिकता है और सही सूचना देने वालों को इनाम दिया जाएगा।
इन 6 बदमाशों को मामले के मास्टरमाइंड और हमलावर बताया गया है—
बिसाऊ के तिलोका का बास निवासी मनदीप उर्फ मदिया, बिसाऊ थाने का हिस्ट्रीशीटर, हत्या का मुख्य आरोपी माना जा रहा है।
झुंझुनूं शहर के सदर थाना क्षेत्र का दीपक मालसरिया, गैंगवार में सक्रिय हार्डकोर बदमाश बताया गया है।
बसंत विहार निवासी हितेश मील, डेनिस पर घातक हमले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल माना गया है।
सुरेश जाति का निवासी और जीत की ढाणी से जुड़ा प्रशांत उर्फ पोखर, धनुरी हत्याकांड की साजिशों में भी नाम सामने आ चुका है।
माला का बास निवासी धर्मपाल, कटराथल वारदात से जुड़े बदमाशों को शरण देने और सहयोग करने का आरोपी है।
रतननगर, चूरू क्षेत्र का कुख्यात अपराधी अजय जाट उर्फ संदीप जगदीश कुल्हरी, कई गैंगवार में सक्रिय माना जाता है।
19 अक्टूबर 2025 की रात चूरू बाईपास पर स्थित शराब की दुकान के पास डेनिस बावरिया अपने दोस्तों के साथ मौजूद था। इसी दौरान अपराधियों ने दो कैंपर गाड़ियों में आकर उसकी स्कॉर्पियो को टक्कर मारी और जबरन अगवा कर लिया। उसे रसोड़ा गांव ले जाया गया, जहां लोहे की पाइप, सरियों और लाठियों से बेरहमी से पीटा गया। सोने की चेन, अंगूठी, नकदी लूटने के बाद बदमाश उसे रसोड़ा जोहड़ में फेंककर मौके से फरार हो गए। गंभीर हालत में डेनिस को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 21 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार यह हत्या पुरानी गैंगवॉर और वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा थी।
पुलिस अब हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में आरोपियों की तलाश में लगातार रेड कर रही है। अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद गैंगवार की और भी कड़ियां सामने आने की उम्मीद है। घटना को जिले में पिछले वर्षों का सबसे बहुचर्चित क्राइम केस माना जा रहा है।




