झुंझुनूं: जिले के मतदाताओं के लिए बड़ी खबर है। विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2026 (Special Intensive Revision 2026) के तहत अब बीएलओ घर-घर पहुंचकर एसआईआर फॉर्म भरवाएंगे। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में मतदाताओं के लिए प्रक्रिया बेहद आसान कर दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण गर्ग ने बताया कि सभी बीएलओ और सुपरवाइजर का प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है और जिलेभर में सर्वेक्षण कार्य शुरू हो रहा है।
🗳️ झुंझुनूं में 18.48 लाख मतदाताओं का होगा पुनरीक्षण
जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण गर्ग के अनुसार, जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में मुद्रित गणना प्रपत्र (Enumeration Form) भिजवाए जा चुके हैं। 1741 बीएलओ 18 लाख 48 हजार 32 मतदाताओं के घर जाकर दो प्रतियों में फॉर्म भरवाएंगे। इनमें से एक प्रति मतदाता के पास रसीद के रूप में रहेगी। यह पुनरीक्षण कार्य आगामी चुनावों से पहले मतदाता सूची को अद्यतन करने का अहम चरण है।
📄 क्या है नया गणना प्रपत्र?
भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार का गणना प्रपत्र (Enumeration Form) बेहद आसान बनाया है। अब यह केवल एक पृष्ठ का है, जिसमें नाम, ईपिक नंबर, पता, भाग व क्रमांक संख्या पहले से भरे होंगे। साथ ही मतदाता की फोटो भी प्रिंटेड होगी। मतदाताओं को केवल कुछ विवरण — जैसे जन्मतिथि, आधार नंबर (वैकल्पिक), माता-पिता का नाम, मोबाइल नंबर और एक रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो लगानी होगी।
👥 कैसे करेंगे BLO काम?
बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को गणना प्रपत्र देंगे और उसे भरने में मदद करेंगे। वे पुराने एसआईआर डेटा से मतदाताओं की जानकारी लेकर मैपिंग प्रक्रिया में सहयोग करेंगे। इसके बाद वे सभी भरे हुए फॉर्म को ECINET ऐप पर अपलोड करेंगे। पिछले पुनरीक्षण की मतदाता सूची भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट voters.eci.gov.in या election.rajasthan.gov.in पर देखी जा सकती है।
🗂️ मतदाता क्या करें?
मतदाताओं को अपने पुराने एसआईआर डेटा से मेल खाते विवरण बीएलओ को देना होगा। गणना प्रपत्र की दोनों प्रतियां भरकर बीएलओ को सौंपें और एक प्रति रसीद के रूप में रखें। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सहायता के लिए वॉलंटियर और हेल्प डेस्क की भी व्यवस्था की है। जो मतदाता 4 दिसंबर से पहले फॉर्म नहीं भर पाएंगे, वे बाद में फॉर्म 6 और घोषणा पत्र के साथ आवेदन कर सकेंगे।
🧾 बीएलओ के लिए एडवायजरी जारी
निर्वाचन विभाग, राजस्थान ने सभी बीएलओ के लिए विस्तृत एडवायजरी जारी की है। इसमें उन्हें आईडी कार्ड पहनने, कार्य का समयबद्ध निष्पादन करने, दैनिक प्रगति दर्ज करने, बूथ लेवल एजेंटों से समन्वय बनाए रखने और आवश्यकता पड़ने पर आईटी हेल्प डेस्क या ईआरओ से परामर्श लेने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान पारदर्शिता और सटीकता बनाए रखना प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।




