चिड़ावा: भारतीय जनसंघ के संस्थापक और भारतीय राजनीति में वैचारिक दृढ़ता के प्रतीक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर चिड़ावा के कोर्ट रोड शक्ति केंद्र पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन शक्ति केंद्र प्रभारी अशोक शर्मा ने किया, जिसमें भाजपा और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद किया। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने देश की एकता, अखंडता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने केवल संगठन की नींव नहीं रखी, बल्कि राष्ट्रीय विचारधारा को एक मजबूत दिशा भी दी।
वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज की पीढ़ी को डॉ. मुखर्जी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिस तरह से उन्होंने संविधान, अनुच्छेद 370 और राष्ट्रवाद के प्रश्नों पर अडिग रहते हुए बलिदान दिया, वह आज भी प्रत्येक देशभक्त के लिए प्रेरणास्रोत है।
कार्यक्रम में पवन शर्मा नवहाल, राजू मराठा, चेतन चौमाल, महावीर शेखावत, प्रकाश रोहिला, संजय स्वामी, शुभम पांडे, हेमंत पंसारी, मंजीत गुज्जर, आयुष मुरोलिया, केशव शर्मा, आलोक हलवाई, आकाश तंवर और बबलू सैनी सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि डॉ. मुखर्जी की विचारधारा और राष्ट्र के प्रति निष्ठा को आज के सामाजिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में जीवित रखना आवश्यक है।
कार्यक्रम शांतिपूर्ण एवं अनुशासित वातावरण में संपन्न हुआ, जिसमें युवा और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने मिलकर संगठन की एकता और विचारधारा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। आयोजकों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन समय-समय पर आयोजित होते रहेंगे ताकि युवा पीढ़ी को संगठन की मूल विचारधारा से जोड़ा जा सके।