पिलानी, 3 जुलाई: कारगिल युद्ध भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है। सेना के कई जवानों ने इस युद्ध में अपना बलिदान दिया था। भारतीय सेना प्रति वर्ष अपने बलिदानी सैनिकों के सम्मान में उनके परिवारों तक पहुंचती है और अपने सैनिक की शहादत का सम्मान करती है।
इसी क्रम में 8 माउंटेन डिविजन के सैन्य अधिकारी आज पिलानी में कारगिल युद्ध के वीर बलिदानी सिपाही शीशराम के परिवार से मिलने उनके निवास स्थान पर पहुंचे। लेफ्टिनेंट जोगेन्द्र, नायब सूबेदार राजपाल, नायक नवीन कुमार तथा नायक रवि कुमार ने वीरांगना विमला देवी को भारतीय सेना की ओर से कारगिल विजय दिवस 2025 के उपलक्ष्य में प्रतीक चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किया। सम्मान पत्र मेजर जनरल के महेश, एसएम, वीएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 8 माउंटेन डिविजन द्वारा भेजा गया, जिसमें सेना की ओर से बलिदानी सैनिक के परिवार के प्रति आभार और कृतज्ञता प्रकट की गई है।
सम्मान पत्र में उल्लेख किया गया है कि “ऑपरेशन विजय” के दौरान भारतीय सेना की 8 माउंटेन डिविजन ने अदम्य साहस और पराक्रम का परिचय देते हुए देश की रक्षा की थी। युद्ध में भाग लेने वाले वीर सैनिकों, अधिकारियों और उनके परिजनों का बलिदान अमूल्य बताया गया है, जिन्होंने देश की अखंडता की रक्षा हेतु सर्वोच्च त्याग किया।
सिपाही शीशराम निमड़ के पुत्र भामाशाह विक्रम व अमित निमड़ ने कहा कि यह सम्मान हमारे लिए गर्व की बात है। हमारे पिता ने जो बलिदान दिया, वह हमारा गौरव है और आज भी हम उनके बताए रास्ते पर चलने का प्रयास करते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित सैन्य अधिकारियों ने कहा कि करगिल विजय दिवस सिर्फ एक तिथि नहीं, बल्कि यह शौर्य, बलिदान और मातृभूमि के प्रति अटूट निष्ठा का प्रतीक है। बलिदानी शीशराम निमड़ ने देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर क्षेत्र ही नहीं, पूरे राष्ट्र को गौरवान्वित किया। उनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।