चिड़ावा, 22 मई 2025: गर्मी के मौसम में जहां लोग लू और डिहाइड्रेशन से परेशान हैं, वहीं चिड़ावा में सेहत को लेकर एक जागरूकता की ठंडी हवा भी बही। विश्व उच्च रक्तचाप सप्ताह के तहत चिड़ावा के बस स्टैंड पुलिस चौकी परिसर में बुधवार को एक विशेष स्क्रीनिंग शिविर लगाया गया, जिसमें दर्जनों लोगों ने अपनी सेहत की जांच कराई और हाइपरटेंशन से बचाव की सीख ली।

सुबह-सुबह स्वास्थ्य का तोहफा
सुबह 8:30 बजे से शुरू हुआ यह नि:शुल्क शिविर राजकीय उप जिला अस्पताल व एनसीडी इकाई के संयुक्त प्रयास से आयोजित हुआ। शिविर का संचालन 11:30 बजे तक चला, जिसमें कुल 103 लोगों की ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच की गई। जांच के बाद सामने आया कि 15 लोग उच्च रक्तचाप और 8 लोग मधुमेह की चपेट में हैं। उन्हें तुरंत चिकित्सकीय परामर्श दिया गया।
बीमारी बिना दस्तक के आती है, सतर्क रहें – डॉक्टरों की चेतावनी
पीएमओ नितेश जांगिड़ ने बताया कि इस शिविर का मकसद आमजन को हाइपरटेंशन जैसी ‘मूक बीमारी’ के प्रति सचेत करना था। उन्होंने कहा कि यह बीमारी अक्सर बिना लक्षण के ही शरीर में प्रवेश कर जाती है और कई बार इसका पता तब चलता है जब वह गंभीर रूप धारण कर लेती है।
विशेषज्ञ चिकित्सक प्रेरणा ने बताया कि उच्च रक्तचाप लंबे समय तक अनियंत्रित रहने पर दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी समस्याओं को जन्म देता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समय-समय पर जांच और नियमित जीवनशैली अपनाकर इससे बचा जा सकता है।
टीम ने संभाली कमान, लोगों को दिया स्वास्थ्य का संदेश
शिविर को सफल बनाने में प्रेरणा के साथ-साथ लक्ष्मी, कीर्ति, सुनील व अन्य नर्सिंग स्टाफ ने पूरी तत्परता से भाग लिया। सभी ने लोगों को उनके जांच परिणाम समझाए और उचित खानपान, योग, व्यायाम व दवा के बारे में जानकारी दी।

स्वास्थ्य से जुड़ा गंभीर संदेश, पर चटपटे अंदाज में
चिड़ावा की गलियों में तो अब यह चर्चा आम है कि “ब्लड प्रेशर कोई मज़ाक नहीं है, टाइम पर पकड़ा गया तो इलाज आसान है!” ऐसे में इस शिविर ने एक गंभीर विषय को हल्के-फुल्के अंदाज में जनता तक पहुंचाया और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति नई जागरूकता जगाई।
इस तरह के प्रयास न केवल बीमारियों की पहचान में मददगार हैं, बल्कि समाज को सेहत के प्रति संवेदनशील और सतर्क बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उम्मीद है कि यह पहल अन्य गांवों और कस्बों में भी प्रेरणा बनेगी।