नई दिल्ली: भारत द्वारा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के समूल नाश के उद्देश्य से शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रवैया विरोधाभासी रहा है, वहीं अमेरिका के प्रभावशाली रणनीतिकार और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉन बोल्टन ने इस अभियान को खुला समर्थन दिया है।
बोल्टन ने भारत के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि भारत द्वारा आतंकवाद की पीड़ा को वैश्विक समुदाय के सामने प्रस्तुत करना एक अत्यंत आवश्यक और समयोचित पहल है। उन्होंने न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा, “भारत ने वर्षों तक आतंकवाद का सामना किया है। अब समय आ गया है कि दुनिया इसके वास्तविक स्रोत और प्रभाव को समझे। भारत का यह कदम वैश्विक समर्थन जुटाने में मददगार साबित होगा।”

दुनिया को बताना जरूरी है कि आतंकवाद की जड़ें कहां हैं: जॉन बोल्टन
बोल्टन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर आतंकवाद को लेकर अक्सर दोहरे मापदंड देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा, “जहां एक पक्ष किसी हिंसक घटना को आतंकवाद मानता है, वहीं दूसरा पक्ष उसी को स्वतंत्रता संग्राम करार देता है।” उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत द्वारा सटीक तथ्यों और प्रमाणों के साथ अपना पक्ष रखना आवश्यक है।
‘ट्रंप की बयानबाज़ी को गंभीरता से न लें’ – बोल्टन का दो टूक संदेश
भारत-पाक संबंधों में ट्रंप द्वारा मध्यस्थता की पेशकश पर बोल्टन ने कहा कि ट्रंप आत्मप्रशंसा की प्रवृत्ति से ग्रसित हैं और अंतरराष्ट्रीय मामलों में अपना महत्व दिखाने के लिए इस प्रकार की पहल करते रहते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा, “भारत को ट्रंप की बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है, बल्कि उनके स्वभाव को समझना चाहिए।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि ट्रंप ने इसी प्रकार रूस-यूक्रेन और इज़राइल-गाज़ा संघर्षों में भी अपनी भूमिका जताने की कोशिश की थी।
7 देशों में पहुंचेगा भारत का संदेश, प्रतिनिधिमंडलों की श्रृंखला रवाना
भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत दुनिया को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख से अवगत कराने के लिए 7 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना बनाई है।
पहला प्रतिनिधिमंडल:
पूर्वी और दक्षिण-पूर्व एशिया के पांच देशों – जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर – की यात्रा पर रवाना हुआ है। इसकी अगुवाई जेडीयू सांसद संजय कुमार झा कर रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी और सीपीआई(एम) के नेता भी शामिल हैं।

दूसरा प्रतिनिधिमंडल:
यूएई, लाइबेरिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और सिएरा लियोन का दौरा करेगा। इसकी अगुवाई शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग, सस्मित पात्रा, मनन कुमार मिश्रा, एसएस अहलूवालिया, ईटी मोहम्मद बशीर और सुजान चिनॉय शामिल हैं।
भारत की जीरो टोलरेंस नीति को मिलेगा वैश्विक मंच
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस अभियान को भारत की “जीरो टोलरेंस” नीति का सशक्त उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, “यह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से निपटने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और प्रतिबद्धता को दर्शाएगा। इससे वैश्विक स्तर पर भारत के प्रति विश्वास और समर्थन में इज़ाफा होगा।”