नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच तुर्की द्वारा पाकिस्तान का खुला समर्थन अब खुद तुर्की पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। तुर्की की प्रमुख ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी Celebi Aviation को भारत सरकार की ओर से सुरक्षा मंजूरी (Security Clearance) रद्द किए जाने का सीधा असर न केवल तुर्किश इकोनॉमी पर पड़ा है, बल्कि भारत में कंपनी के संचालन और 3,800 कर्मचारियों की नौकरियों पर भी संकट गहरा गया है।
भारत का बड़ा कदम: सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द
गुरुवार, 15 मई 2025 को भारत सरकार ने Celebi Airport Services India Pvt. Ltd. का सुरक्षा मंजूरी आदेश तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के अनुसार, यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया। सेलेबी वर्तमान में भारत के 9 प्रमुख हवाई अड्डों – जिनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु जैसे संवेदनशील एयरपोर्ट शामिल हैं – पर ग्राउंड हैंडलिंग, एयर साइड ऑपरेशन और कार्गो सेवाएं प्रदान कर रही थी।

झटका दर झटका: कंपनी की वैल्यूएशन में भारी गिरावट
भारत की कार्रवाई के दो दिन के भीतर ही सेलेबी की मार्केट वैल्यू में करीब 200 मिलियन डॉलर (₹1,660 करोड़ रुपये) की गिरावट दर्ज की गई।
इस्तांबुल स्टॉक एक्सचेंज पर Celebi Hava Servisi AS के शेयर में मात्र दो कारोबारी दिनों में 20% की गिरावट आई, और यह शुक्रवार को गिरकर 2,002 तुर्की लीरा तक पहुँच गया।
इस गिरावट ने कंपनी की कुल मार्केट कैप को घटाकर लगभग 4.8 बिलियन तुर्की लीरा कर दिया, जो इसके 52-सप्ताह के उच्च स्तर से 30% कम है।
पाकिस्तान समर्थन बना वजह: भारत-तुर्की संबंधों में बढ़ी दरार
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने POK में एयर स्ट्राइक कर जवाबी कार्रवाई की थी।
इस पर बौखलाए पाकिस्तान ने सीमा पर उकसावे की कार्रवाई की, जिसमें भारत ने करारा जवाब दिया। इस तनाव के बीच चीन और तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया।
तुर्की ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर की भी आलोचना की, जिसके बाद से ही भारत में #BoycottTurkey ट्रेंड करने लगा और व्यापक स्तर पर तुर्की के सामान और सेवाओं का बहिष्कार शुरू हो गया।
पर्यटन और व्यापार को भी झटका
बायकॉट मुहिम के तहत तुर्की से आने वाले सेब, इलेक्ट्रॉनिक सामान व अन्य उत्पादों का बहिष्कार किया गया। इसके अलावा, भारतीय ट्रैवल कंपनियों जैसे Ease My Trip, MakeMyTrip और Ixigo ने यात्रियों को तुर्की और अजरबैजान की यात्रा से बचने की सलाह जारी की।
Go Homestays ने तो Turkish Airlines से अपना अनुबंध भी समाप्त कर दिया।
यह तुर्की की पर्यटन-निर्भर अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका है।

आर्थिक नुकसान और कानूनी लड़ाई
सेलेबी की भारतीय यूनिट ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में ₹1,522 करोड़ का राजस्व और ₹393 करोड़ का EBITDA अर्जित किया था।
इनमें से Celebi Delhi Cargo और Celebi NAS सबसे अधिक लाभदायक यूनिट्स थीं, जिन्होंने संयुक्त रूप से ₹188 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया।
लेकिन अब कंपनी पर 183 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है, और संचालन रुकने से ये देनदारियां अनिश्चित स्थिति में हैं। इसके अलावा, कंपनी द्वारा भारत में किए गए 200–250 मिलियन डॉलर के ग्राउंड हैंडलिंग निवेश पर भी खतरा मंडरा रहा है।
सेलेबी ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसकी सुनवाई सोमवार को होनी है।
3,800 कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा
भारत में सेलेबी के साथ लगभग 3,800 कर्मचारी कार्यरत हैं। कंपनी की सेवाएं रुकने के कारण ये सभी नौकरी संकट से जूझ रहे हैं।
हालांकि भारतीय हवाई अड्डा प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि इन कर्मचारियों को अन्य सेवा प्रदाताओं के माध्यम से समायोजित किया जाएगा, लेकिन अनिश्चितता बरकरार है।