पिलानी, 6 मई 2025: पिलानी उपखंड क्षेत्र में सोमवार को एक अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिला जब असम राइफल्स में तैनात फौजी कैलाश सैनी ने जमीन अधिग्रहण में अनियमितता के खिलाफ परिवार सहित राष्ट्रीय राजमार्ग 709 (NH-709) को जाम कर बीच सड़क पर धरना शुरू कर दिया। इस प्रदर्शन के चलते कई घंटों तक हाईवे पर यातायात पूरी तरह बाधित रहा और लंबा जाम लग गया।

क्या है मामला?
कैलाश सैनी का आरोप है कि NH-709 के चौड़ीकरण के लिए प्रशासन द्वारा उनकी कुल 900 वर्ग गज कृषि भूमि का अधिग्रहण किया गया, लेकिन राजस्व रिकॉर्ड में केवल 256 वर्ग गज भूमि अधिग्रहित दर्शाई गई। यही नहीं, उन्हें मुआवजा भी केवल 256 वर्ग गज का ही दिया गया, जबकि असलियत में लगभग 900 वर्ग गज जमीन उनके खेत से चली गई है, और अब महज 200 वर्ग गज जमीन ही उनके पास बची है।
उन्होंने कुछ दिन पहले पिलानी उपखंड अधिकारी (SDM) को ज्ञापन देकर 10 दिन में उचित कार्रवाई की मांग की थी और आमरण अनशन की चेतावनी भी दी थी। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई सुनवाई नहीं होने से हताश होकर उन्होंने परिवार सहित हाईवे पर बैठकर धरना प्रदर्शन का रास्ता अपनाया।
रिश्वतखोरी के भी लगाए आरोप
कैलाश सैनी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तहसील कार्यालय से लेकर पटवारी तक कोई भी अधिकारी उन्हें स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा। उल्टा पटवारी द्वारा उनसे रिश्वत की मांग की गई, जिसकी रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है। उनका कहना है कि उन्होंने यह ऑडियो सबूत भी प्रशासन को सौंपा है, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
“मैं देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात हूं और जब अपने हक के लिए आवाज उठाता हूं तो यहां भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। प्रशासन हमें मजबूर कर रहा है कि हम सड़क पर उतरें,” – कैलाश सैनी, प्रदर्शनकारी फौजी

हाईवे पर घंटों लगा जाम
धरने के चलते पिलानी-बगड़ मार्ग पर भारी जाम की स्थिति बनी रही। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जाम खुलवाने और धरना समाप्त करवाने के प्रयास किए, लेकिन फौजी का कहना था कि जब तक प्रशासनिक अधिकारी मौके पर आकर समाधान नहीं देंगे, वे धरना खत्म नहीं करेंगे।