सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना के बीच पुलिस में शिकायत दर्ज, मुंह काला करने पर ₹1 लाख इनाम की घोषणा
मुंबई: बॉलीवुड के चर्चित निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला बेहद गंभीर है क्योंकि उनके एक कथित बयान ने ब्राह्मण समाज की धार्मिक और सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जिसके चलते विभिन्न ब्राह्मण संगठनों और चाणक्य सेना ने उनके खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई है।

क्या है पूरा विवाद?
हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक पोस्ट में अनुराग कश्यप ने कथित तौर पर “ब्राह्मण पे मैं मूतूंगा” जैसे आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया, जिसे लेकर ब्राह्मण समाज में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। साथ ही, उन्होंने अपनी आगामी फिल्म ‘फुले’ का समर्थन करते हुए कथित रूप से ब्राह्मणों को नकारात्मक रूप में दर्शाया है। फिल्म सामाजिक सुधारक ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित बताई गई है, लेकिन इसमें ब्राह्मण समाज को नकारात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किए जाने का आरोप भी लगाया गया है।
पुलिस में शिकायत, कानूनी कार्रवाई की मांग
इस विवादित बयान के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के साथ-साथ अनुराग कश्यप के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है। विभिन्न संगठनों ने महाराष्ट्र और राजस्थान के कई थानों में शिकायतें दी हैं। समाज के लोगों ने मांग की है कि अनुराग कश्यप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए।
चाणक्य सेना की कड़ी प्रतिक्रिया: ₹1 लाख के इनाम की घोषणा
ब्राह्मण समाज के आक्रोश के बीच चाणक्य सेना, सर्व ब्राह्मण महासभा, ब्राह्मण सेवा संघ, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, विश्व ब्राह्मण परिषद, और अखिल भारतीय ब्राह्मण संघ ने शनिवार को एक ऑनलाइन बैठक की। इस बैठक में फैसला लिया गया कि अगर कोई व्यक्ति अनुराग कश्यप का मुंह काला करता है, तो उसे ₹1 लाख का इनाम दिया जाएगा।
चाणक्य सेना के संरक्षक पं. सुरेश मिश्रा ने बैठक में कहा:
“अनुराग कश्यप जैसे लोगों को सबक सिखाना जरूरी है। ये समाज में जानबूझकर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ब्राह्मणों की छवि को धूमिल करने वाले इस प्रकार के बयान देश की एकता और अखंडता पर हमला हैं।“

ब्राह्मण समाज का योगदान और आहत भावनाएं
बैठक में भाग लेने वाले पदाधिकारियों ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने देश की संस्कृति, शिक्षा और स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान दिया है।
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के लिए बलिदान देने वाले ब्राह्मण समाज पर इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं। समाज से भाईचारा खत्म करने की कोशिश को हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।” – बैठक में भाग लेने वाले एक पदाधिकारी।