अमेरिका: सोमवार को वैश्विक व्यापार युद्ध की गूंज और अमेरिका में मंदी की आशंकाओं के बीच पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई। इस तेज गिरावट से भारतीय शेयर बाजार भी अछूते नहीं रहे। बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इस उथल-पुथल के चलते निवेशकों को केवल एक दिन में करीब 19 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा।
सेंसेक्स और निफ्टी में ऐतिहासिक गिरावट
सोमवार को दोपहर 12:15 बजे सेंसेक्स 3,141.82 अंक यानी 4.16% गिरकर 72,222.87 पर आ गया। वहीं, निफ्टी में 1,012.41 अंक या 4.42% की भारी गिरावट दर्ज की गई और यह 21,892.05 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
वायदा बाजार सूचकांक India VIX 59% उछलकर 21.94 अंकों पर पहुंचा, जो इस बात का संकेत है कि बाजार में भय का माहौल चरम पर है।

सेक्टोरियल गिरावट: मेटल और आईटी सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी क्षेत्रों में गिरावट देखी गई। विशेषकर मेटल सेक्टर में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई:
कंपनी | गिरावट (%) |
---|---|
टाटा स्टील | -11.56 |
नेशनल एल्युमीनियम | -11.22 |
एपीएल अपोलो ट्यूब्स | -10.00 |
सेल | -9.99 |
जेएसडब्ल्यू स्टील | -9.92 |
जिंदल स्टेनलेस | -9.91 |
हिंदुस्तान जिंक | -9.83 |
हिंडाल्को | -8.95 |
बीएसई मेटल इंडेक्स 6.52% टूटकर 26,594.09 पर आ गया।
आईटी और ऑटो सेक्टर में भी 5-7% तक की गिरावट आई, जिससे कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट दर्ज की गई।
🇺🇸 ट्रंप टैरिफ और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध की वजह से उथल-पुथल
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अमेरिका में अपेक्षा से अधिक जवाबी टैरिफ लगाए जाने और चीन की ओर से 34% प्रतिकारात्मक टैरिफ घोषित किए जाने के बाद वैश्विक आर्थिक असंतुलन गहराता दिख रहा है। इससे वैश्विक मंदी की आशंकाएं और बढ़ गई हैं।
एशिया, यूरोप और अमेरिका के बाजारों में भी भारी बिकवाली
बाज़ार | गिरावट (%) |
---|---|
हैंगसेंग (हांगकांग) | -11 |
निक्केई 225 (जापान) | -7 |
एसएसई कंपोजिट (चीन) | -6 |
कोस्पी (द. कोरिया) | -5 |
स्टॉक्स 600 (यूरोप) | -5.8 |
S&P500 (अमेरिका) | -5.97 |
Nasdaq | -5.82 |
Dow Jones | -5.50 |
कच्चा तेल भी टूटा, ब्रेंट क्रूड 63.78 डॉलर पर
बाजार की गिरावट के साथ-साथ कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट आई। ब्रेंट क्रूड 2.74 प्रतिशत गिरकर 63.78 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
बीते सप्ताह भारतीय बाजार की स्थिति
पिछले हफ्ते भी बाजार में गिरावट का रुख देखा गया:
- सेंसेक्स: 930 अंक गिरा, सप्ताह में कुल 2050.23 अंक की गिरावट
- निफ्टी: 345 अंक टूटा, सप्ताह में कुल 614.8 अंक की गिरावट
- एफआईआई (विदेशी निवेशक): 3,483.98 करोड़ रुपये की बिकवाली

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विशेषज्ञों की राय: ‘यह भी बीत जाएगा’
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विकास जैन के अनुसार, “वैश्विक मंदी की संभावनाओं और व्यापार युद्ध की गंभीरता ने बाजार को हिलाकर रख दिया है।”
स्टॉककार्ट के सीईओ प्रणय अग्रवाल ने कहा, “ब्लैक मंडे से बाजार जरूर हिला है, लेकिन अस्थिरता में ही अवसर छिपे होते हैं।”
क्या भारतीय जीडीपी पर पड़ेगा असर?
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने आगाह किया है कि बढ़ती अनिश्चितता और घटती इक्विटी मांग से FY26 की GDP ग्रोथ पर असर पड़ सकता है।
हालांकि, सरकार से जुड़े सूत्रों ने साफ किया है कि FY25 की ग्रोथ अनुमान पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ेगा।
बाजार का आगे का रुख?
विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में स्थिरता तब ही लौटेगी जब अमेरिका और चीन व्यापारिक मोर्चे पर समाधान की ओर बढ़ेंगे। फिलहाल निफ्टी का सपोर्ट लेवल 21,500-21,800 के बीच माना जा रहा है। अगर गिरावट जारी रही, तो निफ्टी बियर मार्केट जोन (21,022) में प्रवेश कर सकता है।