चिड़ावा, 27 मार्च 2025: झुंझुनू जिले के चिड़ावा ब्लॉक की गिडानिया ग्राम पंचायत के झांझोत गांव में हिन्दू देवी देवताओं के अपमान पर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रकरण में आज गांव के बिस्सा दादा मन्दिर में सर्व हिन्दू समाज की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्व सम्मति से एक संघर्ष समिति का गठन किया गया जिसके बाद विभिन्न हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों के नेतृत्व में चिड़ावा उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी व डीएसपी विकास धींधवाल को ज्ञापन सौंपा गया। एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन देने पहुंचे सैंकड़ों लोगों ने अगले 2 दिन में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।

बिस्सा दादा मन्दिर में हुई बैठक में भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू क्रांति सेना व अन्य संगठनों के पदाधिकारी व झांझोत सहित आस-पास के अन्य गांवों के प्रमुख लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आपको बता दें कि 23 मार्च को देर रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने झांझोत गांव में दीवारों पर हिन्दू देवी देवताओं तथा बिस्सा दादा मन्दिर के पुजारी के प्रति अपशब्द लिख दिए थे। अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने जब इसे देखा, तब यह मामला सुर्खियों में आ गया। सर्व हिन्दू समाज द्वारा आज इस सन्दर्भ में बैठक का आयोजन किया गया था।
देवी देवताओं के अपमान की भर्त्सना की
इस मौके पर भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की संस्कृति साम्प्रदायिक सौहार्द्र और सद्भाव की रही है। ऐसे में असामाजिक तत्वों ने जिस प्रकार गांव का माहौल खराब करने की कोशिश की है, उसकी जितनी भर्त्सना की जाए, वह कम है। पुलिस प्रशासन से मांग की जाती है कि वे इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र दोषियों को गिरफ्तार करे।
विश्व हिन्दू परिषद के जिला महामंत्री सुनील सिद्धड़ और हिन्दू क्रांति सेना के प्रदेशाध्यक्ष विकास डूमोली ने कहा कि हिन्दू देवी देवताओं का अपमान किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता। दोषी कोई भी हो, उसकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। पुलिस अगर 2 दिन में इस प्रकरण का खुलासा नहीं करती है, तो आन्दोलन किया जाएगा।

इन्होंने सौंपा ज्ञापन
गिडानिया सरपंच प्रतिनिधि जंगशेर अली, विश्व हिन्दू परिषद के सुनील सिद्धड़, संदीप राव, बजरंग दल जिला संयोजक संदीप जीणी, विश्व दीपक, रविन्द्र, संदीप, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष नरेन्द्र गिरधर, हिन्दू क्रांति सेना के यमन वर्मा, गौरव शर्मा, मोहित, कुणाल, अनुज, सोनू, निहाल सिंह, अजीत, सुमित, सुरेन्द्र, गोलू, मनीष, विकास, धर्मेन्द्र, शक्ति, प्रदीप, पायल, यादराम अनिल टोनी खुड़ोत, होशियार सिंह, कुलदीप मेघवाल, श्योपाल पायल, हरी सिंह पायल, कमल धायल, रवि पायल, राम निवास, विजय सिंह, प्यारेलाल स्वामी, सौम्य पायल, उत्तम लाम्बा, हरकेश पचार, संदीप पायल, पवन पायल, कपिल पायल, सूबेदार श्रीचंद, कमलेश जांगिड़, महेन्द्र पायल, विजय पायल, सुमित मान सहित बड़ी संख्या में हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी व अन्य ग्रामीण शामिल रहे।