“आज की नारी और सरकार की व्यवस्था” विषय पर हुआ विचार-विमर्श
चिड़ावा, 8 मार्च: झुंझुनू में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शक्ति सदन, जिला मुख्यालय में “आज की नारी और सरकार की व्यवस्था” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महिलाओं की सुरक्षा, अधिकारों और उनके प्रति बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए सख्त कानूनों की आवश्यकता पर चर्चा की गई।
महिलाओं पर अत्याचार रोकने के लिए सख्त कानूनों की मांग
कार्यक्रम की अध्यक्षता एडवोकेट अंजू शर्मा ने की। विभिन्न वक्ताओं ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए विदेशों की तरह कठोर कानूनों की मांग की।
बाल कल्याण समिति की पूर्व सदस्य गुड्डी देवी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जहां महिलाओं के लिए सख्त कानून जरूरी हैं, वहीं उनके दुरुपयोग को रोकने के लिए भी विशेष प्रावधान बनाए जाने चाहिए, ताकि निर्दोष लोगों को परेशानी न हो।
चर्चा में भाग लेते हुए भंवरी देवी ने कहा कि कई बालिकाएं पारिवारिक तनाव और माता-पिता के प्यार की कमी के कारण घर छोड़ने का प्रयास करती हैं, जो समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
महिला अधिकारों और जागरूकता पर दिया गया जोर
इस संगोष्ठी में विभिन्न स्थानों से आई महिलाओं ने अपने विचार रखे—
- पूनम जांगिड़ (बगड़) ने महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता पर जोर दिया।
- कंचन सैनी (झुंझुनू) ने आत्मनिर्भरता की दिशा में महिलाओं की भूमिका पर विचार रखे।
- आरती शर्मा (झुंझुनू) ने शिक्षा और जागरूकता के महत्व को रेखांकित किया।
- दीपिका चाहर (आदर्श नगर) ने महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला।
- बबीता बेरवाल (घुमनसर सूरजगढ़) ने महिलाओं को कानूनी अधिकारों की जानकारी देने की आवश्यकता बताई।
- मोनिका जाट ने समाज में महिलाओं के प्रति मानसिकता बदलने की बात कही।
विशेष अतिथियों की मौजूदगी और कार्यक्रम का संचालन
कार्यक्रम का संचालन जिला पर्यावरण सुधार समिति के सचिव अभिषेक मुरारका ने किया।
स्काउट गाइड कमिश्नर (रिटायर्ड) मानमहेंद्र सिंह भाटी और संस्था के मुख्य कार्यकारी राजेश अग्रवाल विशेष रूप से कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
महिला सशक्तिकरण के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता
संगोष्ठी के समापन पर महिला सशक्तिकरण को लेकर सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि समाज को महिलाओं को समान अवसर देने चाहिए और उनकी सुरक्षा व शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।