Saturday, June 21, 2025
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ज्ञानेश कुमार होंगे भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त, महत्वपूर्ण संवैधानिक निर्णयों में निभाई भूमिका, धारा 370 से राम मंदिर तक

नई दिल्ली: देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी गई है। वह मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की जगह लेंगे, जो 18 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय चयन समिति ने सोमवार शाम को ज्ञानेश कुमार के नाम की सिफारिश की, जिस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंजूरी दे दी।

इसके साथ ही डॉ. विवेक जोशी को तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में नया चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। चुनाव आयुक्त के रूप में ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा।

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वरिष्ठता के आधार पर मिली नियुक्ति

चुनाव आयोग में अब तक की परंपरा के अनुसार, सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त को ही मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया जाता रहा है। राजीव कुमार के बाद ज्ञानेश कुमार सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त थे, इसलिए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद आयोग में एक पद रिक्त हो गया था, जिसे भरने के लिए डॉ. विवेक जोशी की नियुक्ति की गई है।

चयन प्रक्रिया में असहमति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक सोमवार को साउथ ब्लॉक कार्यालय में आयोजित हुई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और नेता विपक्ष राहुल गांधी भी शामिल थे। इस दौरान पांच नामों पर चर्चा हुई, लेकिन राहुल गांधी ने इन सभी नामों पर असहमति दर्ज कराई। इसके बावजूद समिति के बहुमत के आधार पर ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया।

ज्ञानेश कुमार का प्रशासनिक अनुभव

61 वर्षीय ज्ञानेश कुमार के पास प्रशासनिक सेवाओं का लंबा अनुभव है। वह 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (कश्मीर संभाग) के रूप में कार्यरत थे।

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महत्वपूर्ण योगदान:

  1. अनुच्छेद 370 हटाने में भूमिका: अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के विधेयक के मसौदे को तैयार करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।
  2. राम मंदिर केस: 2020 में गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के मामले से जुड़े दस्तावेजों को संभाला।
  3. सहकारिता मंत्रालय में सचिव: सेवानिवृत्ति से पहले वह जनवरी 2023 में सहकारिता मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्यरत थे।

सूत्रों के अनुसार, ज्ञानेश कुमार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं और उन्होंने कई अहम प्रशासनिक जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निभाया है।

आगामी चुनावों में निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका

ज्ञानेश कुमार के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद उनकी पहली बड़ी परीक्षा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 होगी। इसके अलावा, 2026 में पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु के विधानसभा चुनावों की देखरेख भी उनके नेतृत्व में होगी।

चुनाव आयोग में वर्तमान में तीन सदस्यीय पैनल कार्यरत है, जिसमें

  • मुख्य चुनाव आयुक्त – ज्ञानेश कुमार
  • चुनाव आयुक्त – सुखबीर सिंह संधू (उत्तराखंड कैडर)
  • चुनाव आयुक्त – डॉ. विवेक जोशी
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