बीजापुर, छत्तीसगढ़: बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व के पुजारी कांकेर और मारुड़बाका जंगलों में सुरक्षा बलों ने गुरुवार को नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियान को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने 12 नक्सलियों को मार गिराने में सफलता पाई।
सूत्रों के अनुसार, घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं, जिनमें सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर) और बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल) शामिल हैं।
रुक-रुक कर जारी है मुठभेड़
दक्षिणी बस्तर के घने जंगलों में सुबह से ही रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है। पुलिस ने जानकारी दी कि इस इलाके में चार दिन पहले बंदेपारा-कोरंजेड के जंगलों में हुई मुठभेड़ में भी सुरक्षा बलों ने पांच नक्सलियों को मार गिराया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीजापुर जिले के तेलंगाना सीमा से सटे क्षेत्रों में शीर्ष नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर इस बड़े अभियान को अंजाम दिया गया। इसके तहत दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिलों की संयुक्त टीम ने मोर्चा संभाला। ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), कोबरा बटालियन की चार इकाइयां और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 229 वाहिनी शामिल थी।

ऑपरेशन में 2000 से अधिक जवान तैनात
दक्षिण बस्तर क्षेत्र में कुख्यात नक्सली हिड़मा और सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नेताओं की संभावित मौजूदगी के चलते अभियान में 2000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। यह क्षेत्र नक्सलियों का कोर इलाका माना जाता है। सूत्रों का कहना है कि अभियान में कई बड़े नक्सलियों के मारे जाने की भी संभावना है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवर्ना ने कहा कि ऑपरेशन के बाद विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
16 दिनों में 25 नक्सली ढेर
इस वर्ष की शुरुआत से ही नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक अभियान चल रहा है। पिछले 16 दिनों में सुरक्षा बलों ने 25 नक्सलियों को ढेर किया है। वर्ष 2023 में नक्सलियों के विरुद्ध अभियान में 219 शव बरामद किए गए थे, जबकि नक्सली संगठन ने 239 सदस्यों की मौत की पुष्टि की थी।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने कहा, “हमारा लक्ष्य 2026 तक नक्सलियों का संपूर्ण सफाया करना है। नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की जाती है। अभियान और भी तेज किए जाएंगे।”