सूरजगढ़: भारत मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के लिए दिए गए अपमानजनक बयान की कड़ी निंदा की गई है।
मोर्चा के संयोजक जगदेव सिंह खरड़िया ने कहा कि अमित शाह को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारत का संविधान बनाया था और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इसके साथ ही मोर्चा ने देश में जाति आधारित जनगणना करवाने और वोटिंग मशीनों के स्थान पर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग भी की है। खरड़िया ने कहा कि जाति आधारित जनगणना से आरक्षण की समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को उसकी आबादी के अनुसार हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
शिक्षाविद मोतीलाल डिग्रवाल ने वोटिंग मशीनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन मशीनों पर चुनाव परिणामों पर सवाल उठते रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव कराने से चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी।
इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इनमें समाजसेवी रघुवीर सिंह भाटिया, रतनलाल चेतीवाल, जीवनराम चांवरिया, फूलचंद बडसीवाल, धन्नाराम चौधरी, ओमप्रकाश सेवदा, हवलदार रामप्रताप माधोगढ़िया, राजेश बडसरी का बास, सज्जन कटारिया, एडवोकेट रतनलाल तंवर, हवासिंह भाटिया, सुभाष चंद्र जांगिड़, एडवोकेट रघुनाथ चेजारा, एडवोकेट सुरेश कुमार आदि शामिल थे।