बेंगलुरु: बेंगलुरु के प्रतिष्ठित बिशप कॉटन स्कूल में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें दावा किया गया था कि स्कूल के परिसर में बम रखा गया है। धमकी मिलते ही स्कूल में पढ़ रहे छात्रों और कर्मचारियों में दहशत का माहौल बन गया। हालांकि, गहन जांच के बाद पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया है।
तुरंत प्रतिक्रिया और जांच अभियान
सुबह करीब 9 बजे पुलिस को स्कूल में बम की धमकी भरे ईमेल के बारे में सूचना मिली। ईमेल में दावा किया गया था कि स्कूल के परिसर में एक विस्फोटक उपकरण रखा गया है। पुलिस ने धमकी को गंभीरता से लेते हुए तुरंत बम निरोधक इकाइयों को तैनात किया और क्षेत्र की घेराबंदी कर व्यापक तलाशी अभियान चलाया। स्कूल प्रशासन ने भी तत्काल कदम उठाते हुए बच्चों और कर्मचारियों को सुरक्षित जगह पर ले जाकर स्थिति को नियंत्रित किया।
बम निरोधक दस्तों द्वारा तलाशी अभियान में सतर्कता के बावजूद किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता नहीं चला। जांच के बाद पुलिस ने ईमेल धमकी को अफवाह बताया, जिससे सभी ने राहत की सांस ली।
पिछली घटनाओं से बढ़ी चिंता
यह पहली बार नहीं है जब बेंगलुरु के स्कूलों में ऐसी झूठी बम धमकी की घटना हुई हो। अक्टूबर 2023 में भी बेंगलुरु के कई स्कूलों में ऐसी धमकी भरे ईमेल मिले थे। हाल के महीनों में स्कूलों को धमकी देने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिसने अभिभावकों और स्कूल प्रशासन की चिंता को बढ़ा दिया है। पुलिस इन मामलों की गहन जांच कर रही है और इन धमकियों के पीछे शामिल लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।
वरिष्ठ अधिकारी की प्रतिक्रिया
बेंगलुरु के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डॉ. वेंकटरमन ने बताया कि उन्हें इस ईमेल धमकी का अलर्ट लगभग 3:30 बजे प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा, “हम हर धमकी को गंभीरता से लेते हैं और पूरी तरह से जांच सुनिश्चित करते हैं। इस तरह की झूठी धमकियां बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न करती हैं, इसलिए हम इन मामलों की गहराई से जांच कर रहे हैं।”
शैक्षणिक संस्थानों पर बढ़ा प्रभाव
झूठी बम धमकियों की बढ़ती घटनाओं के कारण बेंगलुरु के शैक्षणिक संस्थानों ने सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं। अब स्कूलों और कॉलेजों में सुरक्षा प्रोटोकॉल और कड़े कर दिए गए हैं, ताकि छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। कई स्कूल प्रशासन ने परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने, सुरक्षा स्टाफ में इजाफा करने और इमरजेंसी रिस्पांस प्रक्रियाओं को मजबूती देने पर भी जोर दिया है।