पिलानी पंचायत समिति क्षेत्र की दुदवा ग्राम पंचायत के सोती जोहड़ में आयोजित श्री देशनोक करणी माता के शारदीय नवरात्र मेले का आज क्रिकेट प्रतियोगिता के साथ उद्घाटन हो गया है। पिलानी प्रधान बिरमा संदीप रायला ने 9 दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का फीता काट कर उद्घाटन किया।
क्रिकेट प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि समाज सेवी मोहन लाल बोचीवाल थे, जबकि अध्यक्षता प्रधान बिरमा देवी ने की। राजकुमार कादयान, नरेश जांगिड़, अंशु कानूसिंह, राजेश कसवां दोबड़ा, उम्मेद सिंह धत्तरवाल, सुनील डांगी विशिष्ट अतिथि थे।
आयोजन समिति के सुरेन्द्र सिंह बाबूजी ने बताया कि टूर्नामेंट में 60 टीमें भाग ले रही हैं। फाइनल में विजेता टीम को 51 हजार रुपए तथा उप विजेता टीम को 25 हजार रुपए का नकद ईनाम, ट्रॉफी तथा सभी खिलाड़ियों को ट्रैक सूट दिए जायेंगे। श्री करणी माता मन्दिर प्रबंधन समिति तथा श्री करणी माता मेला व स्पोर्ट्स कमिटी के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन करवाया जा रहा है। 12 तारीख को मेले के आयोजन से पहले 9 दिन तक क्रिकेट टूर्नामेंट चलेगा। आज उद्घाटन मैच चिड़ावा और थिरपाली की टीमों के बीच खेला गया, जिसमें अपने शानदार खेल के प्रदर्शन से चिड़ावा की टीम विजेता रही।
व्यवस्था समिति के नरेश फौजी व सत्यवीर सिंह फौजी ने बताया कि 12 अक्टूबर को सोती जोहड़ में श्री देशनोक करणी माता का मेला भरेगा। मेले में हर साल आसपास के गांवों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु ग्रामीण पहुंचते हैं और मातारानी के दरबार में शीश नवा कर अपनी हाजिरी लगाते हैं। 12 तारीख को मेले के दौरान भी कुश्ती, लड़कों की 800 व 400 मीटर दौड़, लड़कियों की 400 व 200 मीटर दौड़, बुजुर्गों की दौड़ तथा मटका दौड़ का आयोजन किया जायेगा। सभी खेलों में विजेता रहने वाले खिलाड़ियों को नकद व अन्य ईनाम दिए जायेंगे।
इससे पहले मेले की पूर्व संध्या पर 11 अक्टूबर को विशाल जागरण होगा, जिसमें स्थानीय व बाहर से आए गायक कलाकार करणी माता की महिमा का गुणगान करेंगे।
उद्घाटन पर ये रहे मौजूद
क्रिकेट प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में रामकिशन शर्मा, रणजीत जांगिड़, बलवान जांगिड़, सुरेश सोनी, सुरेन्द्र बाबू जी, जय सिंह, सांवत सिंह, महेन्द्र सिंह, सत्यवीर फौजी, सुरेन्द्र पत्रकार, कमल, डॉ. ईश्वर सिंह, प्रमोद सिंह, विश्व स्वरूप मास्टर, गोकुल शर्मा, नरेश फौजी, महेन्द्र सिंह, राधेश्याम चोटिया, मुकेश सिंह, महिपाल मान, विनोद कादयान, दलीप फौजी, केशर सिंह आदि मन्दिर प्रबंधन से जुड़े सदस्य व ग्रामवासी मौजूद रहे।