मॉस्को, रूस: यूक्रेन ने मंगलवार को मॉस्को पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें 144 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। इस हमले में मॉस्को की कई इमारतें नष्ट हो गईं, और हवाई यातायात को गंभीर बाधा का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले की वजह से मॉस्को के चार प्रमुख हवाई अड्डों में से तीन को बंद करना पड़ा, जबकि 50 उड़ानों को अन्य स्थानों पर डायवर्ट किया गया।
रूस का प्रतिरोध और ड्रोन नष्ट करने का दावा
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, मॉस्को क्षेत्र में उड़ रहे कम से कम 20 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया गया, जबकि अन्य क्षेत्रों में 124 ड्रोन नष्ट किए गए। रूस ने दावा किया कि उनके सटीक एयर डिफेंस सिस्टम ने इस हमले को निष्क्रिय कर दिया। इसके बावजूद, इस हमले में मॉस्को के समीप एक 46 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए। मॉस्को के रीजनल गवर्नर एंड्री वोरोब्योव ने बताया कि रमेंस्कोये में हमले से नागरिकों में भय का माहौल बना रहा। विस्फोट की आवाजों से कई निवासियों की नींद टूट गई।
रूस का पलटवार
रूस ने इस हमले का तत्काल जवाब देते हुए यूक्रेन पर भीषण ड्रोन हमले किए। रूसी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने यूक्रेन पर 46 ड्रोन से हमला किया, जिनमें से 38 को यूक्रेनी एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा नष्ट कर दिया गया। मॉस्को के एक प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “यूक्रेन के राजनीतिक नेतृत्व की दुश्मनी का प्रतीक” बताया। पेस्कोव ने कहा कि नागरिक क्षेत्रों पर रात में इस तरह का हमला करने का कोई औचित्य नहीं है और यह सैन्य नैतिकता का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि यूक्रेन अब केवल रूस के खिलाफ सैन्य कार्रवाई नहीं कर रहा है, बल्कि हमारे नागरिकों को निशाना बना रहा है।” क्रेमलिन के इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है।
ईरान से मिसाइलें प्राप्त कर रहा रूस
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आरोप लगाया है कि रूस ने ईरान से कम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइलें प्राप्त की हैं, जिन्हें वह यूक्रेन के खिलाफ हमलों में प्रयोग कर रहा है। यह खुलासा यूरोप में बढ़ते सुरक्षा खतरों की ओर इशारा करता है। ब्लिंकन के बयान के बाद फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं। इन देशों का मानना है कि ईरान का यह कदम यूरोप की सुरक्षा और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न कर सकता है।
हमले से हवाई यातायात प्रभावित
मॉस्को के प्रमुख हवाई अड्डों को छह घंटे के लिए बंद कर दिया गया, जिससे वहां से उड़ान भरने और आने वाली उड़ानों को भारी असुविधा हुई। मॉस्को से संचालित 50 उड़ानों को अन्य शहरों के हवाई अड्डों पर डायवर्ट किया गया। हवाई यातायात में हुए इस अवरोध से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें घंटों तक हवाई अड्डे पर इंतजार करना पड़ा।