Sunday, July 27, 2025
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मोहम्मद युनुस की सरकार की सच्चाई आई सामने: अल्पसंख्यक हिंदुओं पर बांग्लादेश में अत्याचार, सरकारी सेवाओं से जबरन हटाए जा रहे हैं हिंदू

ढाका, बांग्लादेश: बांग्लादेश में हाल ही में हुए राजनीतिक उथल-पुथल के बाद कट्टरपंथी तत्वों द्वारा हिंदू समुदाय के सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है। विशेष रूप से सरकारी शिक्षण संस्थानों में कार्यरत हिंदू शिक्षकों पर बढ़ते दबाव और जबरन इस्तीफा देने की घटनाओं ने एक गंभीर स्थिति पैदा कर दी है।

बकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर का मामला

हाल ही में बकरगंज के सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर का मामला सामने आया, जिसने पूरे देश में सनसनी फैला दी। 29 अगस्त को बांग्लादेशी दैनिक प्रोथोम अलो के अनुसार, छात्रों और बाहरी लोगों के एक समूह ने प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर के कार्यालय को चार घंटे तक घेर कर रखा, और अंततः उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया। इस दौरान शुक्ला रानी हलदर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें वे असहज और बंधक स्थिति में दिख रही हैं।

शुक्ला रानी हलदर, जो 14वें बीसीएस शिक्षा संवर्ग की अधिकारी हैं, ने 2022 के मध्य में बकरगंज सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में कार्यभार संभाला था। इससे पहले वे बरिशाल के सरकारी ब्रोजोमोहन (बीएम) कॉलेज में अंग्रेजी प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थीं। इस घटना की व्यापक निंदा हो रही है, विशेष रूप से सोशल मीडिया पर शिक्षाविदों और पूर्व छात्रों द्वारा।

हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते हमले

तस्लीमा नसरीन, जो बांग्लादेश से निर्वासित लेखिका हैं, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के हालात चिंताजनक हैं। सरकारी अधिकारियों को मारा जा रहा है, प्रताड़ित किया जा रहा है, और यहां तक कि जेलों में डाला जा रहा है। नसरीन ने कहा कि सिर्फ हिंदू ही नहीं, बल्कि अहमदिया और सूफी मुसलमानों पर भी हमले हो रहे हैं। उनके उद्योगों को जलाया जा रहा है और धार्मिक स्थलों को ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।

50 से अधिक हिंदू शिक्षकों ने दिया इस्तीफा

बांग्लादेश छात्र एक्स परिषद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से खुलासा किया कि शेख हसीना के देश छोड़ने के दिन 05 अगस्त से लेकर अब तक लगभग 50 हिंदू शिक्षकों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है। जिन शिक्षकों पर इस्तीफा देने का दबाव डाला जा रहा है, उनमें ठाकुरगांव के पुलिस लाइन हाई स्कूल एंड कॉलेज के प्रधानाचार्य भुवेशचंद्र रॉय, होली फैमिली नर्सिंग कॉलेज की सहायक प्रोफेसर सोनाली रानी दास, चांदपुर के पुराण बाजार डिग्री कॉलेज के प्रधानाचार्य रतन कुमार मजुमदार, काजी नजरुल इस्लाम विवि के कुलपति सौमित्र शेखर, और कई अन्य शिक्षक व प्रशासक शामिल हैं।

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