अयोध्या, उत्तर प्रदेश: श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट ने दर्शनार्थियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित करना और मंदिर में व्यवस्था को सुव्यवस्थित करना है।
मुख्य बदलावों में शामिल हैं
- VIP दर्शन समाप्त: अब किसी भी दर्शनार्थी को VIP दर्शन की सुविधा नहीं दी जाएगी। सभी भक्तों को समान कतार में दर्शन करना होगा।
- चंदन-तिलक और चरणामृत बंद: मंदिर परिसर में किसी भी दर्शनार्थी को चंदन का तिलक या चरणामृत नहीं दिया जाएगा।
- दान केवल दान पत्र में: अब दर्शनार्थी पुजारियों को सीधे पैसे या कीमती वस्तुएं नहीं दे सकेंगे। उन्हें अपना दान केवल दान पत्र के माध्यम से जमा करना होगा।
इन बदलावों के पीछे का कारण
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी श्री प्रकाश गुप्ता ने बताया कि ये बदलाव कुछ श्रद्धालुओं द्वारा की गई शिकायतों के बाद किए गए हैं। इन शिकायतों में कहा गया था कि कुछ लोगों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं, जैसे कि उन्हें चंदन का तिलक लगाया जा रहा है और चरणामृत दिया जा रहा है। ट्रस्ट ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया और सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए इन बदलावों को लागू करने का फैसला किया।
दान को लेकर बदलाव
दान के संबंध में किए गए बदलाव का उद्देश्य मंदिर में वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। ट्रस्ट का कहना है कि सभी दान का हिसाब-किताब रखा जाएगा और इसका उपयोग मंदिर के रखरखाव और विकास के लिए किया जाएगा।
निष्कर्ष:
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में किए गए ये बदलाव दर्शनार्थियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन बदलावों का उद्देश्य सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित करना, मंदिर में व्यवस्था को सुव्यवस्थित करना और वित्तीय पारदर्शिता लाना है।