जयपुर, राजस्थान: लोकसभा चुनाव के सातों चरणों की वोटिंग पूरी हो चुकी है और 4 जून को परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस बीच, एग्जिट पोल के नतीजों ने साफ कर दिया है कि लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ मोदी सरकार बनने जा रही है। विभिन्न एजेंसियों के अनुमानों का औसत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 358 सीटें दे रहा है, जबकि विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए की उम्मीदें मात्र 148 सीटों पर सिमटती दिख रही हैं।
राजस्थान में सभी 25 सीटें जीतने का दावा
रुझानों के बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा 2024 में भी सभी 25 सीटें जीतेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “विपक्ष के पास ऐसा कोई पीएम चेहरा नहीं है। दिल्ली में आप और कांग्रेस एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन पंजाब और हरियाणा में क्या हुआ? वे वहां एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 और 2019 में, हमने सभी 25 सीटें (राजस्थान में) जीती थीं और हम 2024 में भी सभी 25 सीटें जीतेंगे।”
एग्जिट पोल के आंकड़े
इंडिया टीवी-CNX के अनुसार, राजस्थान में भाजपा को 21 से 23 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि इंडिया गठबंधन को 2 से 4 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। राजस्थान में 25 लोकसभा सीटों पर शुरुआती दो चरणों में मतदान हुआ था। पहले चरण में 12 सीटें और दूसरे चरण में 13 सीटों पर वोटिंग हुई थी।
#WATCH | Jaipur: Rajasthan CM Bhajanlal Sharma says, "They (opposition) don't have someone like this (PM face). AAP and Congress contesting together in Delhi, but what happened in Punjab and Haryana? They are contesting against each other there. In 2014 and 2019, we won all 25… pic.twitter.com/JYEBci52Od
— ANI (@ANI) June 2, 2024
भाजपा की उम्मीदों को पंख
भाजपा का दावा है कि उनकी सरकार ने राजस्थान में विकास के कई कार्य किए हैं, जिनका असर जनता पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर प्रदेश में कई योजनाओं को लागू किया है, जिससे किसानों, युवाओं और महिलाओं को विशेष लाभ पहुंचा है।
विपक्ष का संघर्ष
वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों ने भी अपनी रणनीति तेज कर दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में कई रैलियों और जनसभाओं के माध्यम से जनता को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की है। लेकिन एग्जिट पोल के नतीजे विपक्ष के लिए निराशाजनक साबित हो रहे हैं।