शेख बनाम ईडी छापेमारी: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में गिरफ्तार और निष्कासित तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक शाहजहां शेख से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी कथित जमीन हथियाने के मामले में की गई है।
सुरक्षा बलों के साथ तालमेल
यह छापेमारी केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ तालमेल में की जा रही है। छापेमारी वाले स्थानों में उन संदिग्धों के आवासीय परिसर शामिल हैं जो इस मामले से जुड़े हुए हैं।
शाहजहां शेख पर आरोप
शाहजहां शेख पर संदेशखाली गांव में यौन हिंसा और जमीन हथियाने के आरोप हैं। उन्हें 29 फरवरी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले के मीनाखां में एक ठिकाने से गिरफ्तार किया था और बाद में उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया गया था।
मामले की पृष्ठभूमि
इससे पहले फरवरी में, ED ने इसी मामले में पश्चिम बंगाल में लगभग आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की थी। जनवरी में, संघीय एजेंसी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) घोटाला मामले में विभिन्न स्थानों पर दो अलग-अलग छापेमारी की थी, जिसमें शाहजहां भी शामिल थे।
राजनीतिक विवाद
इस घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया और TMC ने एजेंसी पर स्थानीय लोगों को भड़काने का आरोप लगाया। गृह मंत्रालय ने हस्तक्षेप करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार से हमलों के संबंध में एक व्यापक रिपोर्ट मांगी थी।
शाहजहां की गिरफ्तारी
शाहजहां अपनी गिरफ्तारी से बचते रहे, जिसके बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय ने संदेशखाली में ED अधिकारियों पर हमले की जांच के लिए CBI और पश्चिम बंगाल पुलिस की एक विशेष जांच टीम (SIT) के गठन का निर्देश दिया।
सीबीआई की हिरासत
6 मार्च को कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई को शाहजहां की हिरासत और जांच का हस्तांतरण कर दिया गया। 12 मार्च को, उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में एक अदालत ने सीबीआई को शाहजहां की हिरासत चार दिनों के लिए और बढ़ा दी।
आगे की कार्यवाही
ED की छापेमारी से इस मामले में आगे की जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।