झुंझुनू: राजस्थान सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि में वृद्धि की है। अब 88.44 लाख बुजुर्गों, दिव्यांगों और महिलाओं को बढ़ी हुई पेंशन मिलेगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 27 जून को झुंझुनूं में आयोजित एक समारोह में लाभार्थियों के बैंक खातों में 1,038.55 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित करेंगे। इस अवसर पर वह लाभार्थियों से भी संवाद करेंगे।
राज्य सरकार ने दिव्यांगों, बुजुर्गों और जरूरतमंद महिलाओं को दी जाने वाली पेंशन राशि 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,150 रुपये कर दी है। यह बढ़ी हुई पेंशन राशि एक अप्रैल 2024 से लागू है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने एक और वादा पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों और उनके परिवारों को राज्य सरकार की सुविधाओं से लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गहलोत ने कहा कि भविष्य में भी लोक कल्याण के कार्य जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत – विकसित राजस्थान’ के विजन को पूरा करने के लिए भी काम कर रही है।
राज्य के सामाजिक एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन, मुख्यमंत्री एकल नारी सम्मान पेंशन, मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन, लघु एवं सीमान्त वृद्धजन कृषक सम्मान पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्त पेंशन योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
यह योजनाएं बुजुर्गों और जरूरतमंदों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करती हैं। सरकार का लक्ष्य समाज के वंचित एवं पिछड़े वर्गों को मुख्य धारा से जोड़ना है।