दिल्ली में किसानों का विरोध प्रदर्शन: खेती-किसानी से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर एक बार फिर किसान दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं. 13 फरवरी को देश की राजधानी में होने वाले इस आंदोलन पर लगाम लगाने के लिए जगह-जगह पत्थर के अवरोधक बनाए जा रहे हैं. इसका वीडियो शेयर कर कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
पार्टी ने रविवार (11 फरवरी) को माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर शेयर किए गए पोस्ट में आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के दिल्ली कूच से घबरा गई है, इसलिए उनकी राह रोकने की कोशिश की जा रही है.
‘अन्नदाताओं के साथ अपराधियों जैसा सुलूक’
कांग्रेस ने सड़कों पर बनाए जा रहे अवरोधक का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, “मोदी सरकार के अन्याय से परेशान किसान दिल्ली आ रहे हैं. इस बात की भनक जैसे ही मोदी सरकार को लगी, किसानों के रास्ते पर कीलें बिछा दी गईं. पत्थर से रास्ता रोक दिया गया. बीजेपी सरकार ने हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया है.”
कांग्रेस ने कहा है, “हमारे अन्नदाताओं के साथ अपराधियों जैसा सुलूक किया जा रहा है. सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए, उनकी परेशानियों को दूर करना चाहिए. लेकिन अहंकार में चूर PM मोदी और उनकी सरकार किसानों को दुश्मन मान बैठी है.”
तानाशाह फिर डर गया…
मोदी सरकार के अन्याय से परेशान किसान दिल्ली आ रहे हैं.
इस बात की भनक जैसे ही मोदी सरकार को लगी, किसानों के रास्ते पर कीलें बिछा दी गईं. पत्थर से रास्ता रोक दिया गया.
BJP सरकार ने हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया है.
हमारे अन्नदाताओं के साथ… pic.twitter.com/dBwV3YFq95
— Congress (@INCIndia) February 10, 2024
क्या है किसानों की मांग, सरकार ने क्या की तैयारी?
हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली में प्रदर्शन का ऐलान किया है. इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने कम से कम 12 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. पंजाब-हरियाणा की सीमा से लगने वाले रास्तों पर पुलिस व अर्द्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 50 कंपनी अर्ध सैनिक बलों को हरियाणा भेजा है. किसान संगठनों का एक प्रतिनिधिमंडल 12 फरवरी को चंडीगढ़ सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में केंद्र सरकार के साथ दूसरे दौर की वार्ता करेगा. किसानों और सरकार के बीच पहले दौर की वार्ता 8 फरवरी को यहीं हुई थी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय दूसरे दौर की बैठक में सरकार की आरे से शामिल होंगे. इसके पहले किसानों ने 8 फरवरी को दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर प्रदर्शन किए थे, जिसकी वजह से सारा दिन जाम की स्थिति बनी रही थी.