शिमला, 7 अगस्त 2024: हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से हालात बेहद खराब हो गए हैं। राज्य के कई जिलों में भारी तबाही हुई है और अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं। मौसम विभाग ने आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है और बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है।
भारी वर्षा से सड़कें बंद, यातायात प्रभावित
राज्य में भारी वर्षा के कारण 53 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा में छह, लाहौल स्पीति में तीन, शिमला व किन्नौर में दो-दो सडकें बंद हैं। इसके अलावा, 17 ट्रांसफॉर्मर भी खराब हो गए हैं। भारी वर्षा से फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है और सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
शिमला, कुल्लू और मंडी में सबसे ज्यादा तबाही
शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। इन जिलों में 31 जुलाई की रात सात स्थानों पर बादल फटने से बाढ़ आ गई थी, जिसके कारण कई लोग लापता हो गए थे। हाल ही में, मंडी के राजबन और शिमला के सुन्नी बांध के पास डोगरी में दो और शव मिले हैं। इसके अलावा, सतलुज नदी में बहे छह लोगों के शव भी बरामद किए गए हैं।
राज्यपाल ने राहत सामग्री रवाना की
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिमला स्थित राजभवन से कुल्लू जिले के लिए राहत सामग्री के दो वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राहत सामग्री में स्वच्छता किट, तिरपाल, किचन सेट और कंबल भेजे गए हैं। उन्होंने राज्य के लोगों से इस कठिन समय में आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद करने का आह्वान किया। इस दौरान राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा भी उपस्थित थे।