इजरायल / लेबनान: इजरायल ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करते हुए सीमित जमीनी सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे पहले इजरायल केवल हवाई हमले कर रहा था, लेकिन अब उसने जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी, जिसमें बताया गया कि इन हमलों को पूरी तरह से राजनीतिक नेतृत्व के निर्देशानुसार अंजाम दिया जा रहा है और इनका आधार सटीक खुफिया जानकारी है।
इजरायल डिफेंस फोर्स का बयान
IDF ने अपने पोस्ट में कहा, “कुछ घंटों पहले, राजनीतिक नेतृत्व के निर्णय के अनुसार, इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों और बुनियादी ढांचे पर सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर सीमित जमीनी हमले शुरू किए हैं। ये ठिकाने सीमा के निकटवर्ती गांवों में स्थित हैं और इजरायल के उत्तरी इलाकों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं।”
जमीनी ऑपरेशन से मिलेगी वायु सेना को सहायता
IDF द्वारा की गई पोस्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस जमीनी ऑपरेशन को इजरायली वायु सेना और तोपखाने से सटीक हमलों में सहायता मिल रही है। इजरायली जनरल स्टाफ और उत्तरी कमान द्वारा निर्धारित एक व्यवस्थित योजना के तहत इस ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है। IDF सैनिकों ने इन ऑपरेशनों के लिए पिछले कई महीनों से प्रशिक्षण और तैयारी की है। इससे इजरायली सेना को लेबनान की सीमा पर हिजबुल्लाह के ठिकानों पर सटीक हमले करने में मदद मिलेगी।
गाजा में भी जारी रहेगा इजरायली सेना का ऑपरेशन
IDF ने आगे बताया कि यह अभियान पूरी तरह से राजनीतिक नेतृत्व के निर्देशानुसार किए जा रहे हैं। ‘नॉर्दर्न एरोज’ नामक यह ऑपरेशन स्थिति के आधार पर और गाजा तथा अन्य क्षेत्रों में चल रहे संघर्ष के साथ-साथ जारी रहेगा। सेना ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और युद्ध के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा करना है ताकि उत्तरी इजरायल के निवासी सुरक्षित रूप से अपने घर वापस लौट सकें।
हिजबुल्लाह ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
हिजबुल्लाह ने इजरायल की जमीनी सैन्य कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह इसका पूरा मुकाबला करेगा। हिजबुल्लाह ने इस संघर्ष में अपने कई सीनियर कमांडर खो दिए हैं, जिसमें उनके टॉप कमांडर की भी मौत हो गई है। संगठन ने यह भी कहा है कि हसन नसरुल्ला की मौत के बाद जल्द ही वह अपना नया नेता चुनेगा, जो संघर्ष को और आगे ले जाएगा।