हरिद्वार, 12 अक्टूबर 2024: हरिद्वार के रोशनाबाद जेल में रामलीला के दौरान शुक्रवार रात एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब दो कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए। इस घटना ने जेल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जेल में रामलीला का मंचन हर साल की तरह इस बार भी किया जा रहा था, लेकिन इस बार दो कैदियों ने इसका फायदा उठाकर भागने की योजना बना ली। फरार कैदियों की पहचान रुड़की निवासी पंकज और उत्तर प्रदेश के गोंडा निवासी राजकुमार के रूप में हुई है।
रामलीला के दौरान भागे कैदी
घटना उस समय की है जब रामलीला के मंचन में माता सीता की खोज का दृश्य चल रहा था, जिसमें वानरों का दल शामिल होता है। पंकज और राजकुमार रामलीला में वानर का किरदार निभा रहे थे। उन्होंने जेल में चल रहे निर्माण कार्य का फायदा उठाते हुए सीढ़ी का उपयोग किया और दीवार फांदकर भाग निकले। रामलीला के दौरान जेल में उपस्थित सभी लोग मंचन में व्यस्त थे, जिससे किसी को अंदाजा नहीं हुआ कि वानर का किरदार निभा रहे कैदी असल में फरार हो रहे हैं।
फरार कैदी पंकज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, जबकि राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन कैदी था। इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है और कैदियों के भागने से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाए जा रहे हैं।
जेल प्रशासन पर उठे सवाल
कैदियों के फरार होने की खबर मिलते ही जेल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था की खामियों पर सवाल उठने लगे हैं। माना जा रहा है कि जेल में चल रहे निर्माण कार्य और रामलीला के दौरान प्रशासन की निगरानी में ढील थी, जिसका फायदा उठाकर कैदियों ने भागने का साहस किया। रामलीला के दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था होनी चाहिए थी, परंतु निगरानी में कमी और सुरक्षा इंतजामों में चूक सामने आई है।
पुलिस का खोज अभियान जारी
घटना के तुरंत बाद जेल प्रशासन और पुलिस द्वारा फरार कैदियों की तलाश शुरू कर दी गई। पुलिस ने जेल परिसर और आसपास के इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है और कैदियों की तलाश के लिए विशेष खोज अभियान चलाया जा रहा है। विभिन्न पुलिस टीमों को इस अभियान में शामिल किया गया है ताकि जल्द से जल्द फरार कैदियों को पकड़ा जा सके। इसके साथ ही जेल की सुरक्षा व्यवस्था की पुनः समीक्षा की जा रही है और प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगे हैं।