मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के गुना जिले के कर्नलगंज इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया, जिसके बाद विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया, हालांकि प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के चलते अब शांति बनी हुई है। एहतियातन पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

घटनास्थल पर आजतक की टीम की रिपोर्ट
रविवार सुबह आजतक की टीम ने हिंसा प्रभावित कर्नलगंज इलाके का दौरा किया। रिपोर्टर उस घर तक पहुंचे जहां सबसे अधिक नुकसान हुआ है। यह घर पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति का है, जिसकी पहली मंज़िल पर बनी कमरे की दीवारों में अब भी फेंके गए पत्थर और ईंटों के निशान स्पष्ट देखे जा सकते हैं।
पुरुषोत्तम ने बताया कि हमलावरों ने उनके साथ मारपीट की, मोबाइल फोन तोड़ दिया और गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें धमकी दी गई कि वह इस इलाके में कितने दिन सुरक्षित रह पाएंगे। उनका परिवार भयभीत है और स्थिति सामान्य होने के बावजूद डर का माहौल बना हुआ है।
मदीना मस्जिद पक्ष की प्रतिक्रिया
आजतक की टीम ने मामले को लेकर मदीना मस्जिद के मुअज्जिन आतिश फारूक से भी बातचीत की। आतिश फारूक ने बताया कि हनुमान जयंती के जुलूस में शामिल कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर मस्जिद के सामने हुड़दंग किया गया, जिसके बाद पत्थरबाजी की स्थिति उत्पन्न हुई।
उन्होंने यह आरोप लगाया कि पहले भी इसी मस्जिद के सामने ऐसा विवाद हो चुका है और प्रशासन द्वारा इस बार भी एकतरफा कार्रवाई की गई है। मुस्लिम समुदाय के अनुसार, पहले पत्थर हिंदू मोहल्ले की ओर से फेंका गया था, जबकि मस्जिद की ओर से केवल टाइल्स के टुकड़ों से जवाब दिया गया।

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प्रशासनिक स्थिति और सुरक्षा प्रबंध
घटना के बाद पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और स्थानीय पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं। CCTV फुटेज खंगाली जा रही है और संदिग्धों की पहचान की जा रही है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक स्वयं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि किसी भी पक्ष के साथ पक्षपात नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।