सूरजगढ़। क्षेत्र के स्यालू कलां गांव स्थित शहीद गंगाधर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में गुरुवार को वार्षिक उत्सव 2025 के अंतर्गत पूर्व छात्र सम्मेलन एवं भामाशाह सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार संपन्न हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से समां बांध दिया।
माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित कर हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी राजेश पूनिया, विशिष्ट अतिथि स्वामी सेही सरपंच ईश्वर सिंह पूनिया और संस्था प्रधान सरजीत झाझडिया ने माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिनंदन किया।
विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों ने बांधा समा
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने देशभक्ति और सामाजिक संदेशों से भरपूर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत “जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वो भारत देश है” गीत ने माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। वहीं, “एक बटा दो-दो बट्टे चार, छोटी-छोटी बातों पर बिक गया संसार” गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसने दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरीं।
इसके अलावा, विद्यार्थियों ने मोबाइल की लत और परिवारों में बढ़ती दूरियों को लेकर एक संदेशात्मक प्रस्तुति दी, जिसमें आपसी भाईचारे और एकजुटता को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया। ग्रामीणों ने इस प्रस्तुति की जमकर सराहना की।
भामाशाहों और पूर्व विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात पूर्व विद्यार्थियों और प्रतिभागी छात्रों को पुरस्कार वितरित किए गए। इसके अलावा, विद्यालय के विकास में योगदान देने वाले भामाशाहों को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति
कार्यक्रम में तोला सेही स्कूल के प्रधानाध्यापक अनिल पुनिया, हुक्मा की ढाणी स्कूल की प्रधानाध्यापिका बबीता मलिक, कल्याणों का बास के प्रधानाध्यापक अतुल कुमार सैनी, स्वामी सेही स्थित बाबा गोकुलनाथ स्कूल के संचालक राजेंद्र चौधरी, आंगनबाड़ी सहायक सरोज देवी सहित स्कूल स्टाफ, ग्रामीण, श्री राम मंडल स्यालू कलां के युवा और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
मंच संचालन और समापन
कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका मुक्ता चौधरी ने किया। अंत में संस्था प्रधान सरजीत झाझडिया ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी अतिथियों, शिक्षकों, भामाशाहों और ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया।