झुंझुनूं: जिले में स्मार्ट मीटरों को लेकर लगातार विरोध तेज होता जा रहा है। सुलताना कस्बे में स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय बैठक में इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई, जिसमें जिले भर से आए वर्तमान और पूर्व जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में वक्ताओं ने सरकार पर बिजली कंपनियों के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर आम उपभोक्ताओं के लिए आर्थिक बोझ बनते जा रहे हैं। बैठक की अध्यक्षता शकुंतला यादव ने की, जबकि मंच संचालन जय सिंह गुर्जर ने किया।
बैठक में जिला परिषद सदस्य पंकज धनखड़, पंचायत समिति सदस्य उम्मेद सिंह धनखड़, पीटीआई सुमेर सिंह, मानसिंह सहारण, रामकिशन, रामवतार धोलिया, सुशील डांगी, राजेश गोदारा, राजेंद्र माहवर, विजेंद्र मील, महिपाल पूनिया, विजयपाल भाटीवारड, कैलाश यादव, रामकरण, नरेश, रामनिवास, मोहर सिंह, सुरेश महला, सुशील पायल, ईन्द्राज, अभय सिंह, मुकेश झाझरिया, बरकत, राजेंद्र झाझड़िया, संदीप राव, असलम, सुनिल जानू, वीरेंद्र डारा, जाकिर, हसन अली, नवाब अली और सहीराम सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर डाल रहे हैं और उनके माध्यम से बिलों में मनमाने तरीके से वृद्धि की जा रही है। उन्होंने इसे आम जनता के साथ अन्याय बताते हुए सरकार से इस योजना को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग की। वक्ताओं ने यह भी कहा कि सरकार यदि इस मांग को नजरअंदाज करती है तो जिले भर में आंदोलन और तेज किया जाएगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 20 अगस्त को झुंझुनूं जिले के सभी शहरों और कस्बों में पूर्ण बंद रहेगा। इस बंद को सफल बनाने के लिए प्रत्येक जीएसएस स्तर पर स्थानीय कमेटियों का गठन किया जाएगा जो तैयारियों और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी निभाएंगी।
जनप्रतिनिधियों ने आम जनता से अपील की कि वे इस विरोध में सहभागी बनें और अपने हक की आवाज को मजबूती से उठाएं। इस बंद को शांतिपूर्ण और संगठित रूप से संचालित करने की योजना बनाई गई है ताकि सरकार तक जनभावनाएं मजबूती से पहुंच सकें।