श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: आतंकियों के खात्मे में अक्सर युद्धक कौशल और सावधानीपूर्वक योजना की आवश्यकता होती है, परंतु कभी-कभी छोटे और अनोखे उपाय भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के खतरनाक कमांडर उस्मान के खिलाफ हाल ही में हुए सैन्य अभियान में एक अनोखी तरकीब अपनाई गई—कुत्तों को बिस्कुट खिलाना। इस तरकीब ने न केवल अभियान की सफलता सुनिश्चित की बल्कि इसके चलते सेना ने बड़े ही शांतिपूर्ण ढंग से एक आतंकी का सफाया कर दिया।
आवारा कुत्तों की समस्या से जूझ रहे थे जवान
आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान, आवारा कुत्तों की उपस्थिति सेना के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी। जैसे ही जवान क्षेत्र में प्रवेश करते, कुत्ते भौंकने लगते, जिससे आतंकियों को सतर्क होने का संकेत मिल जाता। सेना ने इसका समाधान खोजा और अभियान के दौरान इन कुत्तों को बिस्कुट खिलाकर शांत किया गया। इस अनोखी रणनीति ने आतंकियों को चकमा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उस्मान की आतंकवादी गतिविधियों का इतिहास
लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर उस्मान, जिसने कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था, घाटी में सुरक्षा बलों के लिए खतरा बना हुआ था। कश्मीर के इलाकों से भली-भांति परिचित उस्मान ने आतंकवादी गतिविधियों में साल 2000 के दशक में शामिल होना शुरू किया था। पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेने के बाद, 2016-17 के आसपास उसने वापस घाटी में घुसपैठ की। पुलिस उपनिरीक्षक मसरूर वानी की हत्या सहित, उस्मान कई हमलों में संलिप्त था, जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से उसे पकड़ने के प्रयास में थीं।
आसानी से आतंकी ठिकाने तक पहुंचने की सावधानीपूर्वक योजना
खुफिया जानकारी के अनुसार, उस्मान के श्रीनगर के घनी आबादी वाले खानयार इलाके में छिपे होने का पता चला। इसके बाद सुरक्षा बलों ने बिना किसी नुकसान के अभियान को सफल बनाने के लिए नौ घंटे की विशेष योजना बनाई। सुरक्षाकर्मी भोर में फज्र की नमाज से पहले पूरे क्षेत्र में फैल गए और लगभग 30 घरों के चारों ओर घेराबंदी कर दी।
मुठभेड़ का घटनाक्रम: उस्मान ने किया भीषण प्रतिरोध
सुरक्षाबलों ने जैसे ही उस्मान की छुपने की जगह का घेराव किया, उस्मान ने एके-47, पिस्तौल और कई ग्रेनेड से उन पर हमला कर दिया। जवाब में सुरक्षाबलों ने भी गोलीबारी की। इस दौरान उस्मान द्वारा फेंके गए ग्रेनेड की वजह से एक मकान में आग भी लग गई, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत नियंत्रित कर लिया, ताकि यह आग अन्य घरों में न फैले।
कई घंटे की संघर्षपूर्ण मुठभेड़ में उस्मान ढेर
करीब नौ घंटे की मुठभेड़ के बाद सेना ने उस्मान को मार गिराया। अभियान में चार जवान घायल हो गए, लेकिन उनकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। इस ऑपरेशन में विशेषकर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ पर भी गहरी चोट पहुंचाई गई है, जो गैर-स्थानीय मजदूरों और सुरक्षाकर्मियों पर हमले करने में संलिप्त रहा है।