सूरजगढ़ में एमजेएम कोर्ट के मुद्दे पर वकीलों ने आज भी एसडीएम कोर्ट और तहसील कार्यालय में कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार जारी रखा। एसडीएम कोर्ट और तहसील के पास ही एमजेएम कोर्ट के लिए भूमि आवंटन की मांग करते हुए अभिभाषक संघ ने आज से धरना भी शुरू कर दिया है। इससे पहले आज आन्दोलनरत वकीलों ने एसडीएम और तहसीलदार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट सोमवीर सिंह खीचड़ ने बताया कि फरवरी, 2024 में सूरजगढ़ नगरपालिका ने एमजेएम कोर्ट के लिए वार्ड नं 2 (नया 3) में खसरा नं 770, रकबा 3887.62 वर्ग गज भूमि का आवंटन करते हुए इस आशय का पत्र डीएलबी डायरेक्टर को स्वीकृति हेतु प्रेषित कर दिया है। निदेशालय से तकनीकी शुद्धि के लिए वह पत्रावली पुन: नगरपालिका को प्रेषित की गई थी जिसका निस्तारण एसडीएम सूरजगढ़ को ही करना है। बार अध्यक्ष एडवोकेट खीचड़ ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार सूरजगढ़ द्वारा एमजेएम कोर्ट के लिए भूमि आवंटन में जान बूझ कर विलम्ब किया जा रहा है।
बार के सदस्यों का कहना है कि उच्च न्यायालय और राज्य सरकार की मंशा है कि पीड़ित को एक ही छत के नीचे न्याय मिले लेकिन यहां सूरजगढ़ में अधिकारी नहीं चाहते कि सरकार और उच्च न्यायालय के निर्देशों की पालना हो। धरने पर बैठे वकीलों का आरोप है कि एसडीएम और तहसीलदार किसी खास उद्देश्य से घरडू चौराहे पर न्यायालय के लिए भूमि आवंटन करना चाहते हैं। लेकिन यह सूरजगढ़ की जनता के साथ धोखा होगा। लोगों को एक ही काम के लिए इधर उधर भटकना पड़ेगा।

वकीलों ने बताया कि इसी मुद्दे पर इससे पहले भी बार एसोसिएशन ने 45 दिन तक आन्दोलन किया था और अब एक बार फिर इसी मुद्दे पर धरने पर बैठना पड़ रहा है। वकीलों ने चेतावनी दी है कि इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। अधिकारियों को तहसील के पास ही न्यायालय के लिए जमीन आवंटित करनी होगी। जब तक ऐसा नहीं होता, अभिभाषक संघ द्वारा एसडीएम कोर्ट और तहसील में पूर्ण कार्य बहिष्कार और धरना भी जारी रहेगा।
धरने में ये हुए शामिल
एमजेएम कोर्ट के लिए भूमि के आवंटन के मुद्दे पर आज धरने में बार एसोसिएशन संघ अध्यक्ष सोमवीर सिंह खीचड़ , कपिल पाराशर, मदन सिंह राठौड़, रामेश्वर लाल, सुरेन्द्र सिंह तंवर, सुरेश दानोदिया, अजय जडेजा, राकेश, सुनील शर्मा, सुनील सोमरा, कैलाश वर्मा, विनोद, सुनील, मनोज डिग्रवाल, संजय सिंह, दीपक सैनी, हवासिंह चौहान, दिनेश गांधी, मुंशी अंशुल, बाबूलाल आदि अधिवक्ता शामिल हुए।