सूरजगढ़: इस बार हुई भारी बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। कपास, मूंग, ग्वार, चवला और बाजरे की फसलों में 60–70 प्रतिशत तक नुकसान होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन किसानों का आरोप है कि पटवारियों ने खेतों में बिना पहुंचे ही नुकसान सिर्फ 10–15 प्रतिशत दर्शा दिया। इससे नाराज किसान एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और चेतावनी दी कि तीन दिन में रिपोर्ट सही नहीं हुई तो ट्रैक्टर रैली निकालकर अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा।
फसलों में 70% तक नुकसान का दावा
भारी बरसात से सूरजगढ़ क्षेत्र में खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों का कहना है कि कपास, मूंग, बाजरा, ग्वार और चवला में करीब 60 से 70 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। वहीं पटवारियों द्वारा गिरदावरी रिपोर्ट में केवल 10 से 15 प्रतिशत नुकसान दिखाने पर किसानों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
पटवारियों पर लापरवाही का आरोप
किसानों का कहना है कि पटवारी खेतों में गए ही नहीं और मनमर्जी से रिपोर्ट बना दी। इस लापरवाही से गुस्साए किसानों ने रणवीर नाडा, सोमवीर लांबा और किसान नेता रामवतार धोलिया के नेतृत्व में एसडीएम कार्यालय पर आंशिक धरना दिया।
तीन दिन में रिपोर्ट सही करने का आश्वासन
धरने के दौरान एसडीएम ने किसानों से चर्चा कर आश्वासन दिया कि 19 सितंबर तक सही गिरदावरी रिपोर्ट पेश की जाएगी। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर रिपोर्ट तीन दिन में सही नहीं हुई तो गांवों से ट्रैक्टर रैली निकालकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
धरने में जुटे किसान
धरने में काकोड़ा सरपंच संदीप डैला, जाखोद से सुनिल बिजारणियां, धिंगड़िया से रविन्द्र जांगिड़, बेरला से मुकेश शर्मा, पूर्व सरपंच बलबीर राव, घनश्याम सिंह बलौदा, युवा नेता राजेश गोदारा, जयप्रकाश दीवाच, लोकश डूडी, रामानंद राव, पप्पू चौधरी और रंगलाल सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।





