सुलताना। राजस्थान सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सुलताना में बसंत पंचमी के महापर्व और मां सरस्वती के जन्मोत्सव का आयोजन भव्यता के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला देखी गई, जिसने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्य युधिष्ठिर प्रसाद शर्मा द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित और माल्यार्पण के साथ की गई। इस पावन अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को विद्या और ज्ञान के महत्व पर प्रेरक संदेश दिया।
पंडित विजेंद्र शास्त्री ने कराया विधिवत पूजन
कार्यक्रम में पंडित विजेंद्र शास्त्री ने मंत्रोच्चार और वैदिक विधि-विधान के साथ मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करवाई। उनकी उपस्थिति से कार्यक्रम में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ, जिसमें उपस्थित सभी लोग भक्ति भाव से सराबोर नजर आए।
विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
विद्यालय के विद्यार्थियों ने मां सरस्वती की महिमा का गुणगान करते हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। बच्चों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और गीतों ने दर्शकों का मन मोह लिया और पूरे वातावरण को संगीतमय बना दिया।
कार्यक्रम में शिक्षकों और स्टाफ की सक्रिय भागीदारी
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम में मुकेश सैनी, कमल शर्मा, अनुज कुमारी, दीपिका सोनी, कपिल योगी, सुमित कुमार, नरपत सिंह और राहुल जांगीड़ सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ज्ञान और संस्कार का संदेश
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य युधिष्ठिर प्रसाद शर्मा ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि बसंत पंचमी न केवल ऋतु परिवर्तन का प्रतीक है, बल्कि यह दिन हमें ज्ञान, विवेक और रचनात्मकता के मार्ग पर अग्रसर होने की प्रेरणा भी देता है।
इस तरह सुलताना में मां सरस्वती का जन्मोत्सव और बसंत पंचमी का पर्व उल्लास, भक्ति और ज्ञान के वातावरण में संपन्न हुआ।