फ्लोरिडा: भारतीय मूल की नासा (NASA) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर सफलतापूर्वक धरती पर वापस लौट आए हैं। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की लैंडिंग फ्लोरिडा के तट पर हुई। स्पेसएक्स क्रू-9 ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से 17 घंटे की यात्रा के बाद पृथ्वी पर पहुंचाया।

डॉल्फिन ने किया स्वागत
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के कैप्सूल की लैंडिंग के दौरान एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। जब उनका कैप्सूल समुद्र में उतरा, तो चारों ओर डॉल्फिन के झुंड ने उनका स्वागत किया। लैंडिंग के तुरंत बाद रिकवरी पोत ने कैप्सूल को सुरक्षित बाहर निकाला और दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
There are a bunch of dolphins swimming around SpaceX's Dragon capsule. They want to say hi to the Astronauts too! lol pic.twitter.com/sE9bVhgIi1
— Sawyer Merritt (@SawyerMerritt) March 18, 2025
तकनीकी खराबी के कारण नौ महीने तक फंसे रहे
सुनीता और बुच केवल आठ दिनों के मिशन पर गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उन्हें नौ महीने और 14 दिन तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा। कैप्सूल से बाहर निकलने के बाद दोनों को 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए ह्यूस्टन ले जाया गया, जहां उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति की जांच की जाएगी।
क्रू-9 की विदाई और वापसी
रविवार को सुबह 10:35 बजे (स्थानीय समयानुसार) क्रू-9 ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी के लिए अपनी यात्रा शुरू की। वहां मौजूद अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने भावुक विदाई दी और नासा ने स्पेसक्राफ्ट के अलग होने का वीडियो भी साझा किया।

पीएम मोदी ने लिखा पत्र, भारत आने का न्योता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को भारत आने का निमंत्रण दिया है। प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में कहा, “भले ही आप हजारों मील दूर थीं, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब थीं। भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और सफल मिशन के लिए प्रार्थना कर रहे थे। आपकी वापसी के बाद, हम भारत में आपसे मिलने के लिए उत्सुक हैं।” इस पत्र को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
भारत के लिए गर्व का क्षण
सुनीता विलियम्स की सफल वापसी न केवल नासा के लिए, बल्कि भारत के लिए भी गर्व का क्षण है। भारतीय मूल की इस बेटी ने एक बार फिर अंतरिक्ष में अपने साहस और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया है। उनके इस ऐतिहासिक मिशन को लेकर देशभर में खुशी का माहौल है।