नई दिल्ली, 25 जून 2024: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 12 दिनों से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में फंसे हुए हैं। वे 6 जून को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार होकर आईएसएस पहुंचे थे, और 13 जून को वापस लौटने वाले थे।
लेकिन, अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आने के कारण उनकी यात्रा चार बार टल चुकी है। नासा ने अभी तक इन दोनों के धरती पर लौटने की कोई निश्चित तारीख नहीं बताई है।
यात्रा में देरी के कारण:
हीलियम गैस का रिसाव: स्टार लाइनर में हीलियम गैस का रिसाव हुआ था, जिसके कारण यान का थ्रस्टर ठीक से काम नहीं कर रहा था।
सॉफ्टवेयर में खराबी: यान के सॉफ्टवेयर में भी कुछ खराबी थी, जिसके कारण इसे उतारने में दिक्कतें आ रही थीं।
नासा की कोशिशें:
- नासा की टीम लगातार स्टार लाइनर यान की मरम्मत और तकनीकी खराबियों को दूर करने के लिए काम कर रही है।
- टीम ने यान में ईंधन भरने की भी कोशिश की है ताकि यह धरती पर सुरक्षित तरीके से उतर सके।
- नासा ने स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान को भी तैयार रखा है, ताकि यदि आवश्यक हो तो विलियम्स और विल्मोर को ड्रैगन यान से वापस लाया जा सके।
अनिश्चितता का माहौल:
विलियम्स और विल्मोर की धरती पर वापसी में देरी के कारण अंतरिक्ष यात्रियों और उनके परिवारों में चिंता का माहौल है। नासा लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और जल्द से जल्द दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाने की कोशिश कर रहा है।
यह घटना अंतरिक्ष यात्रा की चुनौतियों और जोखिमों को उजागर करती है। यह भी स्पष्ट करती है कि नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों को अंतरिक्ष यान और प्रौद्योगिकी को अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने के लिए लगातार काम करने की आवश्यकता है।