पिलानी, 26 फरवरी 2025: सीएसआईआर-सीरी, पिलानी में उद्यमिता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं और संभावित उद्यमियों को स्वरोजगार और उद्यमशीलता के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य उद्यमिता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और प्रतिभागियों को नवाचार एवं स्वरोजगार के अवसरों की जानकारी देना था। कार्यशाला में छात्र, शोधकर्ता, परियोजना सहायक और कर्मचारी उपस्थित रहे, वहीं पिरामल फाउंडेशन, बगड़ (झुंझुनू) से दिव्यांग और सामान्य प्रतिभागियों ने भी इसमें भाग लिया।
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उद्यमशीलता और वित्तीय सहायता पर विशेषज्ञों के व्याख्यान
कार्यशाला के प्रारंभिक सत्र में वैज्ञानिक बी ए बोत्रे ने दिव्यांगजनों के लिए विकसित ई-ट्राईसाइकिल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जानकारी दी। उन्होंने इन उपकरणों के माध्यम से दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनने के संभावित अवसरों के बारे में बताया।
कार्यशाला में प्रबंधन विभाग, बिट्स पिलानी की प्रोफेसर ज्योति टिकोरिया ने सरकार और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता और इनक्यूबेशन सेंटरों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप्स और छोटे उद्योगों के लिए सरकार की विभिन्न योजनाएं किस प्रकार युवाओं के लिए लाभकारी हो सकती हैं।
सायंकालीन सत्र में अर्थशास्त्र एवं वित्त विभाग, बिट्स पिलानी के वरिष्ठ प्रोफेसर आर्य कुमार ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वरोजगार एवं वित्तीय रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को उद्यमिता अपनाने के लिए प्रेरित किया और सफल व्यवसाय संचालन के लिए वित्तीय प्रबंधन के महत्वपूर्ण बिंदुओं को स्पष्ट किया।
अतिथि वक्ताओं को किया गया सम्मानित
कार्यशाला के दौरान प्रोफेसर आर्य कुमार और प्रोफेसर ज्योति टिकोरिया को सीएसआईआर-सीरी की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
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कार्यशाला का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यशाला का समापन पूर्व निदेशक प्रोफेसर चंद्रशेखर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह कार्यशाला प्रतिभागियों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक रही, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करने का एक सशक्त मंच भी प्रदान किया।
सीएसआईआर-सीरी पिलानी में आयोजित यह कार्यशाला स्थानीय युवाओं और दिव्यांगजनों के लिए स्वरोजगार और उद्यमिता की संभावनाओं को सशक्त बनाने का महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुई।