सिंघाना: थाना क्षेत्र में कृष्णा मैरिज गार्डन के संचालक पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। घटना के बाद से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी आरोपी विजय उर्फ मिंटू को पुलिस ने ईश्कपुरा की पहाड़ियों से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर पूर्व में भी कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस सनसनीखेज हमले में पहले ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
सिंघाना पुलिस ने इस गंभीर आपराधिक मामले में त्वरित कार्यवाही की। गठित टीम ने लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश देते हुए आखिरकार 12 दिसंबर 2025 को ईश्कपुरा क्षेत्र की पहाड़ियों से 10 हजार रुपये के इनामी आरोपी विजय उर्फ मिंटू को दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया।
घटना 30 नवंबर 2025 की रात की है, जब कृष्णा मैरिज गार्डन में गेट बंद किया जा रहा था। इसी दौरान आकाश अग्रवाल, बिजू मावर, मोहन गुर्जर सहित अन्य 5–6 लोग लाठी और सरियों से लैस होकर गार्डन के भीतर घुस आए और जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। इस हमले में महेन्द्र सिंह सैनी के सिर, हाथ, पैर और पीठ पर गंभीर चोटें आईं, जिन्हें इलाज के लिए जयपुर रेफर किया गया। बीच-बचाव करने आए प्रदीप को भी सिर और पैरों में गंभीर चोटें लगीं।
घटना की गंभीरता को देखते हुए सिंघाना थाना स्तर पर विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिरजूराम, बृजमोहन उर्फ मोहन, सचिन, अभिषेक और बलवंत को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। इसके बाद नामजद आरोपी आकाश गुप्ता और विजय उर्फ मिंटू की तलाश तेज की गई, जिन पर इनाम घोषित किया गया।
लगातार दबिश और तकनीकी इनपुट के आधार पर पुलिस ने विजय उर्फ मिंटू को ईश्कपुरा की पहाड़ियों से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी विजय उर्फ मिंटू के खिलाफ पूर्व में सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल मामले में अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है और पुलिस का कहना है कि जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपी विजय उर्फ मिंटू, लीलाराम का पुत्र है, जिसकी उम्र 23 वर्ष है और वह ईश्कपुरा, थाना सिंघाना का निवासी है। आरोपी लंबे समय से फरारी काट रहा था और उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी।
इस कार्रवाई में सिंघाना थाने की टीम ने अहम भूमिका निभाई, जिसमें सुगन सिंह, रामपत, सुरेन्द्र नारवाल और चौखाराम शामिल रहे। पुलिस टीम के विशेष प्रयासों से इस हाई-प्रोफाइल मामले में बड़ी सफलता मिली है।




