झुंझुनूं: महनसर गांव में गुरुवार को वरिष्ठ भाजपा नेता और सरपंच प्रतिनिधि महिपाल सिंह की अंतिम यात्रा भावनात्मक वातावरण में संपन्न हुई। एक दिन पूर्व हुए सड़क हादसे में उनका असमय निधन हो गया था, जिससे समूचे इलाके में शोक की लहर फैल गई। महिपाल सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। हर उम्र और वर्ग के लोग नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
गांव में निकली अंतिम यात्रा में न केवल महनसर, बल्कि आस-पास के गांवों व दूर-दराज क्षेत्रों से भी भारी संख्या में लोग पहुंचे। जनसैलाब इस बात का प्रमाण था कि महिपाल सिंह ने जनसेवा और समर्पित नेतृत्व से जनमानस में गहरी जगह बनाई थी। उनकी शव यात्रा सादगी के साथ निकली, लेकिन भावनाओं से परिपूर्ण रही। ग्रामीणों ने उन्हें ‘युग पुरुष’ बताते हुए कहा कि उनका जाना पूरे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
अंतिम यात्रा में शामिल होने वालों में नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, पूर्व सांसद नरेन्द्र खीचड़, पूर्व जिलाध्यक्ष बनवारी लाल सैनी, मंडावा क्षेत्र के ठाकुर अंगद देव सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह के भाई गिरवर सिंह, भाजपा नेता राजेश बाबल, कुलदीप पुनिया, पूर्व पीसीसी सदस्य बनवारी लाल, राजेंद्र ठेकेदार, विनोद गर्वा और अलसीसर के पूर्व प्रधान गिरधारीलाल खीचड़ सहित कई जनप्रतिनिधि, सरपंच व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।
गांववासियों ने इस क्षति को अत्यंत पीड़ादायक बताया और कहा कि महिपाल सिंह की सामाजिक सक्रियता, विनम्र स्वभाव और नेतृत्व क्षमता हमेशा प्रेरणा देती रहेगी। उनके निधन से जो शून्य उत्पन्न हुआ है, उसकी भरपाई लंबे समय तक संभव नहीं है।