लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती को 14 अप्रैल 2025 को अत्यंत गरिमा और राजकीय सम्मान के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विशेष अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। पूरे प्रदेश में इस दिन श्रद्धांजलि समारोह, विचार गोष्ठियाँ, तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
13 अप्रैल को पार्कों और स्मारकों की विशेष सफाई
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं कि 13 अप्रैल को प्रदेश के सभी अंबेडकर स्मारकों, पार्कों और सार्वजनिक स्थलों की विशेष साफ-सफाई कराई जाए। यह पहल बाबा साहेब के प्रति सम्मान व्यक्त करने और जयंती को गरिमामय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

भीम पदयात्रा: 13 अप्रैल की सुबह होगी शुरुआत
जयंती से एक दिन पूर्व 13 अप्रैल की सुबह 6:30 बजे, लखनऊ के मरीन ड्राइव से अंबेडकर पार्क तक भीम पदयात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा “माय भारत” के तत्वावधान में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) और नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) द्वारा आयोजित की जाएगी। इस पदयात्रा में भारी संख्या में युवा, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक भाग लेंगे।
राजकीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला
आंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में योगी सरकार की ओर से विभिन्न जिलों में कई सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें देशभर के कलाकार भाग लेंगे:
- लखीमपुर खीरी के श्यामजीत सिंह और मऊ के त्रिभुवन भारती लोकगीतों की प्रस्तुति देंगे।
- लखनऊ के विपिन कुमार ‘अभी सपना अधूरा है’ नामक नृत्य नाटिका के माध्यम से बाबा साहेब के जीवन को प्रस्तुत करेंगे।
- ‘आंबेडकर प्यारा’ नामक नाटिका में लखनऊ की निहारिका कश्यप और उनकी टीम प्रस्तुति देंगी।
- बलिया के रामदुलार, वाराणसी के भइया लाल पाल, और गोरखपुर के मनोज कुमार पासवान द्वारा बिरहा गायन होगा।
- मुंबई के अनिरुद्ध वनकर सांस्कृतिक संध्या प्रस्तुत करेंगे।
इन कार्यक्रमों का शुभारंभ प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह करेंगे।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी
14 अप्रैल को प्रातः 9 बजे से डॉ. भीमराव अंबेडकर महासभा परिसर, लखनऊ में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं उपस्थित रहेंगे। इस समारोह में बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी जाएगी और उनके जीवन, संघर्ष, और संविधान निर्माण में योगदान पर प्रकाश डाला जाएगा।