पिलानी: विधायक पितराम सिंह काला ने राज्य के बेरोजगार फार्मासिस्टों की प्रमुख मांगों को लेकर राजस्थान सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर को पत्र लिखकर न्यायसंगत समाधान की मांग की है।
विधायक काला ने पत्र में उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा वितरण योजना के अंतर्गत प्रदेशभर में लगभग 20,000 दवा वितरण केंद्र संचालित हैं, लेकिन पिछले 13 वर्षों में मात्र 4800 फार्मासिस्टों की ही नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि यह संख्या आवश्यकतानुसार बहुत कम है और इन केंद्रों पर कार्यभार अत्यधिक बढ़ गया है।
फार्मासिस्ट भर्ती संघर्ष समिति की प्रमुख मांगों का समर्थन
विधायक काला ने बताया कि फार्मासिस्ट भर्ती संघर्ष समिति ने लंबे समय से भर्ती प्रक्रिया में सुधार और नई नियुक्तियों की मांग की है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि:
प्रत्येक 120 ओपीडी वाले केंद्रों पर कम से कम एक फार्मासिस्ट की नियुक्ति की जाए।
फार्मासिस्टों की भर्ती को स्थायी और पारदर्शी प्रक्रिया से किया जाए।
सेवा वर्ष के आधार पर अनुभव अंक (10, 20, 30) निर्धारित किए जाएं।
निजी संस्थानों में कार्यरत योग्य फार्मासिस्टों को भी समान अवसर मिलें।
8000 नए पदों पर नियुक्ति की सिफारिश
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि चिकित्सा विभाग द्वारा 8000 नए फार्मासिस्ट पदों के सृजन का प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका है। विधायक कालवा ने मंत्री से आग्रह किया कि इन पदों पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि योग्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके।
विधायक ने की न्यायसंगत मेरिट और जोनवार भर्ती की मांग
विधायक पितराम सिंह काला ने कहा कि फार्मासिस्ट भर्ती संघर्ष समिति के सुझावों पर सहृदयता से विचार करते हुए सरकार को पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि मेरिट और जोनवार भर्ती के आधार पर नियुक्तियां की जाएं ताकि सभी पात्र उम्मीदवारों को समान अवसर मिल सके।





