वाराणसी, उत्तर प्रदेश: प्रसिद्ध कॉमेडियन और निर्दलीय उम्मीदवार श्याम रंगीला का वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र बुधवार(15 मई) को खारिज कर दिया गया। रंगीला ने नामांकन खारिज होने के बाद भावुक होते हुए कहा कि मैं हंसाने वाला एक कलाकार हूं लेकिन आज कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं। अब सोचता हूं की कॉमेडी ही बेहतर क्षेत्र है “राजनीति मेरे बस की बात नहीं है।”
रंगीला ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। बताया जा रहा है कि उनका नामांकन पत्र खारिज होने का कारण शपथ पत्र में कुछ खामियां थीं।
इस खबर पर प्रतिक्रिया
इस खबर के सामने आने के बाद रंगीला के समर्थकों में निराशा देखने को मिली। रंगीला ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि “मैंने चुनाव लड़ने का फैसला पूरे दिल से लिया था, लेकिन शायद किस्मत में कुछ और ही लिखा था।” उन्होंने यह भी कहा कि “मैं राजनीति से दूर नहीं जा रहा हूं, और सामाजिक कार्यों में अपना योगदान जारी रखूंगा।”
रंगीला का चुनावी सफर
रंगीला ने 14 मई को वाराणसी लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। रंगीला के चुनावी मैदान में उतरने से इस सीट पर चुनाव काफी रोचक हो गया था।
वाराणसी में 1 जून को वोटिंग
अब नामांकन खारिज होने के बाद श्याम रंगीला वाराणसी सीट से उम्मीदवार नहीं हैं। श्याम रंगीला ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया था। वाराणसी लोकसभा सीट पर सातवें चरण में 1 जून को वोटिंग होगी। इस सीट पर बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी तीसरी बार उम्मीदवार हैं, वहीं इंडिया गठबंधन ने इस सीट पर अजय राय को उम्मीदवार बनाया है। बसपा की तरफ से इस सीट पर अतहर जमाल लारी प्रत्याशी हैं।