सुल्ताना, 11 अगस्त 2024: लोदीपुरा के सरकारी स्कूल में आज सुबह बवाल हो गया। यहां टीचर्स के रवैये से नाराज ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया। विवाद बढ़ता देख डीईओ एलिमेंट्री सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों से बात की।
मामला राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, लोदीपुरा का है जहां आज सुबह स्कूल के समय पर अध्यापकों के आने की निगरानी कर रहे ग्रामीणों ने 7:30 बजे के बाद मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों का कहना था कि स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक कभी समय पर नहीं आते। यही नहीं कुछ अध्यापक तो शराब पीकर भी स्कूल में आ जाते हैं। गेट पर ताला लगाने के बाद स्कूल पहुंचे 1 अध्यापक की ग्रामीणों से इसे लेकर तीखी बहस भी हो गई। ग्रामीणों के अनुसार अध्यापक ने शराब पी रखी थी। उसका कहना था कि वह 5 साल तक सरपंच रहा है, और ऐसे विरोध बहुत देखे हैं।
ग्रामीणों ने मामले की सूचना शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी, जिसके बाद डीईओ (एलिमेंट्री) मनोज ढाका, एडीईओ प्रमोद आबुसरिया, एसीबीईओ डॉ. कयूम अली व पीईईओ सुमन चौधरी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात की।
नीम का पेड़ उखाड़ने के बाद शुरू हुआ विवाद
सूत्रों के अनुसार स्कूल में लगाए गए एक नीम के पौधे को उखाड़े जाने के बाद विवाद शुरू हुआ था। दरअसल 2 अगस्त को जनप्रतिनिधियों और गांव के प्रबुद्ध लोगों ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में नीम का एक पौधा लगाया था। आरोप है कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका अमिता ने उस पौधे को उखाड़ कर, उसकी जगह कोई दूसरा पौधा लगा दिया। ग्रामीणों को जब इस बात का पता लगा तो वे प्रधानाध्यापिका से बात करने स्कूल पंहुचे, जहां उनकी इस मुद्दे पर काफी बहस हुई बताई।
प्रधानाध्यापिका के रवैये से नाराज ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अधिकाधिक वृक्षारोपण के उद्देश्य से अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक संस्था प्रधान खुद वृक्षारोपण अभियान की मूल भावना के विरुद्ध काम कर रही है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि नामांकन बढ़ाने के निर्देशों के बावजूद इस विद्यालय में नए नामांकन के लिए स्टाफ ने कुछ नहीं किया। यहां महज 12 बच्चों को पढ़ाने के लिए 7 शिक्षक पदस्थ हैं।
डीईओ ढाका ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
डीईओ (एलिमेंट्री) मनोज ढाका ने ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद स्कूल का ताला खोल दिया गया। शिकायत पर डीईओ ढाका, शराब के नशे में बताए जा रहे अध्यापक को मेडिकल जांच के लिए अपने साथ ले गए। बाद में डीईओ मानो ढाका ने बताया कि मेडिकल जांच में पाया गया कि आरोपी शिक्षक ने शराब नही पी रखी थी। हालांकि उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत पर विद्यालय के 2 शिक्षकों को हटाए जाने तथा प्रधानाध्यापिका को जांच के बाद नोटिस देने की बात कही है।