चिड़ावा/मंड्रेला। झुंझुनूं जिले की ग्राम पंचायत लाम्बा में बुधवार को आयोजित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के उद्घाटन समारोह में बड़ी नाटकीय स्थिति देखने को मिली। दोपहर 2:15 बजे होने वाले कार्यक्रम के लिए ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया, जिसके चलते प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत को शाम 5 बजे तक इंतजार करना पड़ा। कुर्सियां खाली रही और आयोजकों को भीड़ दिखाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को बुलाना पड़ा।
उद्घाटन समारोह में बहिष्कार से फीका पड़ा आयोजन

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह पीएचसी पूर्व प्रधान इंद्रा डूडी के प्रयासों से स्वीकृत हुआ था, लेकिन स्थानीय लोगों को कार्यक्रम से दूर रखा गया। इसी कारण पंचायत ने सामूहिक बहिष्कार किया। ग्रामीणों का कहना था कि उनकी भागीदारी के बिना बाहरी नेताओं द्वारा उद्घाटन करना उचित नहीं है।
1.25 करोड़ की लागत से बना स्वास्थ्य केंद्र

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने आखिरकार शाम 5 बजे लाम्बा पहुंचकर पीएचसी का लोकार्पण किया। इस अवसर पर झुंझुनूं विधायक राजेंद्र भांबू, भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया, जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरि और प्रधान रोहिताश धागड़ मौजूद रहे।
अविनाश गहलोत ने कहा कि यह आधुनिक स्वास्थ्य केंद्र न केवल लाम्बा बल्कि आसपास के गांवों के लिए भी वरदान साबित होगा। सरकार की प्राथमिकता है कि हर ग्रामीण तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा पहुंचे।
ग्रामीणों का सपना साकार पर नाराजगी का इजहार?

जुलाई 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उप स्वास्थ्य केंद्र को पीएचसी में क्रमोन्नत करने का आदेश दिया था और ट्वीट के जरिए इसकी घोषणा की थी। ग्रामीण मानते हैं कि यह उनका सपना था, जो अब साकार हुआ है, लेकिन बहिष्कार इस बात का प्रतीक है कि जनता की नाराजगी अब नेताओं के खिलाफ खुलकर सामने आ रही है।
भाजपा नेताओं की किरकिरी
बतौर मुख्य अतिथि चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर का ना आना चर्चा का विषय रहा। आयोजन में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को बुलाया गया। खाली कुर्सियों की तस्वीरें और लोगों की अनुपस्थिति से भाजपा नेताओं को आलोचना का सामना करना पड़ा।




