लखनऊ, उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ के रहीमाबाद रेलवे स्टेशन के समीप दिलावरनगर क्षेत्र में एक बार फिर रेल दुर्घटना की साजिश सामने आई है। अराजक तत्वों ने रेलवे पटरी पर एक ढाई फीट लंबा और छह इंच से अधिक मोटा सूखा लकड़ी का तना रख दिया। यह घटना गाड़ी संख्या 05577 के वहां से गुजरने के दौरान उजागर हुई जब ट्रेन लकड़ी से टकरा गई।
सौभाग्यवश, ट्रेन की गति धीमी होने और चालक की सतर्कता के चलते कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
इस साजिश की जानकारी मिलते ही स्टेशन मास्टर ने तुरंत आरपीएफ को सूचित किया, जिसने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।

साजिश के संकेत: धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल
घटनास्थल पर न केवल लकड़ी का तना मिला, बल्कि उसके साथ ‘राम नाम’ लिखा नारंगी रंग का कपड़ा और आम के पेड़ की हरी डालियां भी पाई गईं। कुछ ही दूरी पर आम की और भी लकड़ियां बिखरी पड़ी थीं, जिससे यह प्रतीत होता है कि दुर्घटना को धार्मिक रंग देने की साजिश रची गई थी।
दुर्घटना की आशंका: सैकड़ों यात्रियों की जान थी खतरे में
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ट्रेन की गति तेज होती या चालक सावधान न होता, तो इंजन और डिब्बे पटरी से उतर सकते थे, जिससे सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती थी। इस घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है।
पूर्व में भी हो चुकी है ऐसी घटना: केस हुआ था बंद
यह पहली बार नहीं है जब दिलावरनगर क्षेत्र में ऐसी साजिश की खबर आई हो। इससे पूर्व भी इसी क्षेत्र में लकड़ी का तना पटरी पर रखा गया था, जिसकी जांच एटीएस और अन्य एजेंसियों ने की थी। तब भी इसे सुनियोजित ट्रेन पलटाने की साजिश माना गया था, लेकिन मलिहाबाद पुलिस ने उस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर केस बंद कर दिया था।

पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय
वर्तमान घटना को लेकर आरपीएफ द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रहीमाबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
साथ ही, आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीमें मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही हैं।
सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है ताकि संदिग्ध गतिविधियों की पुष्टि हो सके।
रेलवे विभाग ने इस घटना को गंभीर मानते हुए इलाके में सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है।