चिड़ावा, 11 जून 2025: भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से अहम सुधारों की घोषणा की है। ये नए नियम चरणबद्ध तरीके से 1 जुलाई और 15 जुलाई 2025 से प्रभाव में आएंगे। रेलवे द्वारा की गई इस पहल का उद्देश्य तकनीकी मजबूती के साथ-साथ दलाली और अवैध बुकिंग गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाना है।

दैनिक रेल यात्री संघ चिड़ावा के अध्यक्ष देवेंद्र वर्मा ने बताया कि 1 जुलाई से तत्काल टिकट केवल उन्हीं यात्रियों के लिए उपलब्ध होंगे जो आईआरसीटीसी पोर्टल या मोबाइल ऐप पर आधार कार्ड से प्रमाणित हैं। आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी वेरिफिकेशन की व्यवस्था 15 जुलाई से लागू की जाएगी। यात्री को तत्काल टिकट बुक करते समय ओटीपी दर्ज करना अनिवार्य होगा, जिससे पहचान की पुष्टि हो सकेगी।
रेलवे ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि एजेंटों के माध्यम से अनाधिकृत तरीके से टिकट बुकिंग न हो, पीआरएस काउंटर और अधिकृत एजेंटों के लिए भी ओटीपी वेरिफिकेशन प्रणाली अनिवार्य कर दी है। अब कोई भी एजेंट तब तक तत्काल टिकट जारी नहीं कर सकेगा जब तक यात्री के मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज नहीं किया जाए।
इसके अलावा रेलवे ने अधिकृत एजेंटों पर बुकिंग के समय को लेकर भी नियंत्रण लगाया है। अब एजेंट तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होने के पहले 30 मिनट तक कोई भी बुकिंग नहीं कर सकेंगे। इस कदम का उद्देश्य आम यात्रियों को प्राथमिकता देना है। एसी श्रेणी के लिए तत्काल टिकट सुबह 10 बजे से बुक किए जा सकेंगे जबकि एसी श्रेणी के एजेंट 10:30 बजे से बुकिंग कर पाएंगे। नॉन-एसी श्रेणी के टिकट सुबह 11 बजे से बुक होंगे और नॉन-एसी एजेंटों को 11:30 बजे से बुकिंग की अनुमति दी जाएगी।

देवेंद्र वर्मा ने रेलवे द्वारा उठाए गए इन कदमों का स्वागत करते हुए कहा कि इससे ईमानदार और आम यात्री वर्ग को राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि इन प्रावधानों से न सिर्फ बुकिंग प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि एजेंटों द्वारा की जा रही अवैध गतिविधियों और दलाली पर भी प्रभावी रोक लगेगी। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे की यह पहल सराहनीय है।