रूस: कामचत्स्की प्रायद्वीप के पास मंगलवार देर रात शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.7 दर्ज की गई। ‘यूएस जियोलॉजिकल सर्वे’ के अनुसार यह भूकंप 19.3 किलोमीटर की गहराई में केंद्रित था, जिसके कारण न केवल जोरदार कंपन महसूस किए गए, बल्कि सुनामी की आशंका भी पैदा हो गई। भूकंप के बाद जापान समेत कई एशियाई देशों के तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है।
अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने आगाह किया है कि रूस और जापान के तटीय इलाकों में अगले तीन घंटों के भीतर समुद्र से खतरनाक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। जापान की मौसम एजेंसी के अनुसार, देश के बड़े तटीय इलाकों में 1 मीटर तक ऊंची लहरें 0100 GMT के आसपास पहुंच सकती हैं। इसके चलते वहां भी उच्च स्तरीय सतर्कता बरती जा रही है।
जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने भूकंप की पुष्टि करते हुए बताया कि सरकार ने तत्काल प्रतिक्रिया और सूचनाओं के समन्वय के लिए एक आपातकालीन समिति का गठन किया है। इस भूकंप के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें इसकी तीव्रता और भयावहता को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
रूस की ओर से कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर एक वीडियो साझा कर कहा कि यह भूकंप पिछले कई दशकों में सबसे अधिक शक्तिशाली था। भूकंप के बाद प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। हालांकि प्रारंभिक रिपोर्टों में किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एक किंडरगार्टन के क्षतिग्रस्त होने की सूचना सामने आई है।
वहीं रूस के सखालिन क्षेत्र के गवर्नर ने बताया कि सखालिन के सेवेरो कुरिल्स्क जैसे छोटे शहरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन ने इस आपदा की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी है।
कामचटका और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों से अपील की गई है कि वे समुद्र तट से दूर रहें और अधिकारियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।