नई दिल्ली, 09 जुलाई 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे के दौरान भारतीयों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। रूसी सेना में काम कर रहे भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई महत्वपूर्ण मुलाकात के परिणामस्वरूप लिया गया है।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रूस दौरे के दौरान मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान, दोनों नेताओं के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने रूसी सेना में काम कर रहे भारतीय नागरिकों के स्वदेश वापसी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। राष्ट्रपति पुतिन ने इस प्रस्ताव को मान लिया और भारतीयों की स्वदेश वापसी का रास्ता साफ कर दिया।
राष्ट्रपति पुतिन की बधाई
राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी। उन्होंने पीएम मोदी की सेवा और भारत के विकास में उनके योगदान की सराहना की। पुतिन ने कहा, “आपके प्रधानमंत्री के तौर पर कई सालों के काम का यह नतीजा है। आप बहुत ऊर्जावान व्यक्ति हैं और भारतीय लोगों के हित में परिणाम प्राप्त करने में सक्षम हैं।”
चाय पर हुई अनौपचारिक बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच अनौपचारिक बातचीत का आयोजन मॉस्को के बाहर स्थित सरकारी आवास पर चाय के दौरान हुआ। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग और भारत-रूस संबंधों को और मजबूत बनाने पर विचार विमर्श किया। पीएम मोदी ने हाल ही में हुए चुनावों की चर्चा करते हुए कहा कि भारत के लोगों ने उन्हें मातृभूमि की सेवा करने का अवसर दिया है।
22वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच 22वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक भी आयोजित की गई। लगभग 5 सालों में यह पीएम मोदी की पहली रूस यात्रा है। पिछली बार वे 2019 में रूस गए थे। इस बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक, रक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।
पुतिन का पीएम मोदी के प्रति सम्मान
राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए कहा, “आपने अपना पूरा जीवन भारतीय लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया है और वे इसे महसूस कर सकते हैं।” पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “आप सही कह रहे हैं, मेरा एक ही लक्ष्य है- मेरा देश और इसकी जनता।”